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जनवरी, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गोरखपुर : इस मदरसे के शिक्षक राष्ट्रपति से हो चुके सम्मानित

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अशफाक अहमद गोरखपुर। ज़िले में सैकड़ों छोटे-बड़े मदरसे इल्म की रोशनी फैला रहे है। इन मदरसों में तैनात शिक्षक बच्चों को दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम भी दे रहे है। मदरसे से तालीम हासिल करने के बाद कई बच्चे विभिन्न क्षेत्रों में ऊंचा मुकाम हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है। वहीं मदरसे में पढ़ाने वाले शिक्षक भी राष्ट्रपति पुरस्कार हासिल कर मदरसे को बुलंदियों पर पहुंचा रहे है। पुराना गोरखपुर के गोरखनाथ इलाके में स्थित मदरसा जियाउल उलूम में तैनात दो शिक्षक राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त कर चुके है। मदरसा 1955 में खपरैल के मकान में आबाद हुआ। वर्तमान में मदरसा एडेड होने के साथ ही तीन मंजिला इमारत में तब्दील हो चुका है। मदरसे के प्रधानाचार्य मौलाना नुरूज़्ज़मा मिस्बाही ने बताया  कि इस मदरसे में कुल 637 बच्चों में 137 मदरसे के हॉस्टल में रह कर शिक्षा हासिल कर रहे है। जिनको 22 शिक्षक मजहबी व दुनियावी शिक्षा दे रहे है। उन्होंने बताया कि इस मदरसे में बच्चों को मजहबी तालीम व हिन्दी, अंग्रेजी के साथ ही विज्ञान व कम्प्यूटर की शिक्षा दी जाती है। इस मदरसे के मौलाना हबीबुर्रहमान को वर्ष 19...

सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हो सकती है मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं!

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-राजकीय इंटर कालेज व अनुदानित मदरसे बन सकते है परीक्षा केंद्र गोरखपुर। उप्र मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल व फाजिल वर्ष 2018 की परीक्षा को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। मार्च में परीक्षा होने की संभावना है। फिलहाल परीक्षा में आवेदन की अंतिम तिथि 10 फरवरी निर्धारित है। मदरसा पोर्टल की स्पीड काफी धीमी है जिससे आवेदन करने में कठिनाई हो रही है। वहीं परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए उप्र मदरसा शिक्षा परिषद से करीब 14 बिन्दुओं पर दिशा-निर्देश आ गया है। जिला स्तर पर समिति बनाकर एक सप्ताह के अंदर केंद्र निर्धारण करके उप्र मदरसा शिक्षा परिषद को अवगत कराना है। रजिस्ट्रार की तरफ से स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि परीक्षा केंद्रों का चयन निम्न क्रम राजकीय इंटर कालेज, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय, अनुदानित मदरसा, राजकीय आईटीआई, राजकीय पालिटेक्निक, राजकीय महाविद्यालय जैसी संस्थाओं में ही किया जाए। इसके साथ यह भी निर्देश है कि परीक्षा केंद्र निर्धारण के पूर्व यह देख लिया जाये कि संस्था में परीक्षार्थियों के सापेक्ष तमाम सुविधाओं के साथ सीसीटीवी कैमरा ल...

अब मदरसों में नहीं होगी मिनी आईटीआई की परीक्षा

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-दस साल बाद बदल दिया गया फैसला सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। उप्र मदरसा वोकेशनल ट्रेनिंग की वर्ष 2017 की मिनी आईटीआई की परीक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। जिसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि मिनी आईटीआई की परीक्षा वरीयता के हिसाब से राजकीय आईटीआई, राजकीय पालिटेक्निक, राजकीय इंटर कालेज व महाविद्यालय में ही करायी जायेंगी। इस बार मदरसों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जायेगा। मदरसा मिनी आईटीआई की परीक्षा पिछले दस सालों से मदरसों में ही आयोजित हो रही थीं। इस बार फैसला बदल दिया गया है। हालांकि मिनी आईटीआईटी की परीक्षा दिसंबर में हो जानी चाहिए लेकिन इस बार परीक्षा में देरी हुई है। मार्च में परीक्षा होने की संभावना है। अभी परीक्षा फार्म भरा जा रहा है। 10 फरवरी अंतिम तिथि है। जिला स्तरीय समिति को परीक्षा केंद्रों का निर्धारण एक सप्ताह के अंदर करना है वह भी वर्ष 2016 में सम्मिलित परीक्षार्थियों के आधार पर। केंद्र निर्धारण के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति बनेगी। जिसमें उपनिदेशक/अल्पसंख्यक कल्याण अधिकीरी (सदस्य/सचिव) व जिला विद्यालय निरीक्षक (सदस्य) शामिल होंगे। बताते चलें कि वर्...

सफर-ए-हज : अब 12 फरवरी तक पहली किस्त व दस्तावेज जमा कर सकेंगे जायरीन

- 9 प्रतिशत जीएसटी भी लगी गोरखपुर। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने लॉटरी द्वारा चयनित हज यात्रियों की सहूलियत का ख्याल रखते हुए हज की पहली किस्त (₹81000 ) जमा करने की तिथि 31 जनवरी से बढ़ाकर 12 फरवरी तक कर दी है। हज के सफर की पहली किस्त के साथ ही पासपोर्ट, फोटो, मेडिकल स्क्रीनिंग व फिटनेस सर्टिफिकेट भी जमा करना है। किस्त जमा करने की स्लिप, मेडिकल स्क्रीनिंग व फिटनेस सर्टिफिकेट का प्रारूप www.hajcommittee.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है। ई पेमेंट की सुविधा भी उपलब्ध है। उक्त वेबसाइट पर हज से सबंधित अन्य जानकारियां भी हासिल की जा सकती है। बतातें चलें कि 22 जनवरी को लखनऊ में यूपी के हज यात्रियों की  कुर्रा अंदाजी (लॉटरी) हुई थी। जिसमें गोरखपुर से 339 का खुशनसीबों का नाम लॉटरी में आया था। कमेटी ने 24 तारीख को फरमान जारी कर दिया था कि  पहली किस्त व दस्तावेज 31 जनवरी तक ही जमा होंगे। जिस वजह से हज यात्रियों में काफी बेचैनी थीं। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने सोमवार को अपना फरमान बदल कर हज यात्रियों को काफी राहत दी है। हज कमेटी द्वारा मांगे गए दस्तावेज को पूर्ण करने के लिए जायरीन ने बैंक से लेकर ड...

नेपाली छात्र मदरसा बोर्ड परीक्षा में आवेदन करने से महरूम

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- वजीफा भी नहीं मिलता -हाल-ए-उप्र मदरसा शिक्षा परिषद Syed Farhan Ahmad गोरखपुर। आधार कार्ड न होने की वजह से उप्र के मदरसों में पढ़ने वाले नेपाल के छात्र उप्र मदरसा शिक्षा परिषद की परीक्षा में आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 10 फरवरी  है। पहले से ही सरकारी वजीफे से महरूम रहने वाले यह नेपाली छात्र अब कहां जाए उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है। सालों से गोरखपुर मंडल के गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर आदि जिलों में नेपाली छात्र ठीक-ठाक तादाद में तालीम हासिल कर रहे हैं। मदरसा मामलों के जानकार कारी नूरूलहोदा मिस्बाही के मुताबिक पूर्वांचल के मदरसों में तालीम हासिल करने वाले नेपाली छात्रों की तादाद एक हजार से अधिक है। इस बार मदरसे में पढ़ने वाले नेपाली छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। अखिल भारतीय मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संघ के मोहम्मद आजम के मुताबिक वह नेपाली छात्र जिन्होंने परिषद से कामिल प्रथम वर्ष परीक्षा उत्तार्ण की है वह द्वितीय वर्ष की परीक्षा में आवेदन नहीं कर पा रहे। वहीं द्वितीय वर्ष उत्तीर्ण करने वाले छात्र तृतीय वर्ष की परीक्षा में आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। पि...