अल्पसंख्यकों को खुद मजबूत होना पड़ेगा: डा. मोहसिन

अल्पसंख्यकों को खुद मजबूत होना पड़ेगा: डा. मोहसिन कौम में बेदारी जरूरी: जफर अमीन अल्पसंख्क अधिकार दिवस गोरखपुर। अल्पसंख्यकों के हक व हुकूक की बात हुई। सामाजिक, आर्थिक, शौक्षिक योजनाओं पर रोशनी डाली गयी। अल्पसंख्यकों ने अपनी परेशानियां बतायी। समाधान का आश्वासन मिला। मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध धर्म से ताल्लुक रखने वाले प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखी। प्रदेश सरकार के प्रतिनिधियों ने कहा जल्द हालात सुधर जायेंगे। तमाम समस्याओं का समाधान होगा। एमएसआई इंटर कालेज के आडोरियम में शुक्रवार को मौका था जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से आयोजित अल्पसंख्यक अधिकार दिवस कार्यक्रम का। सभी ने बेबाकी से रखी राय। मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद सपा जिलाध्यक्ष डा. मोहसिन खान ने कहा हमारी सरकार ने अल्पसंख्यकों के हक के लिए तमाम तरह की योजनाओं को अमलीजाम पहनाया। अल्पसंख्यकों को अपने हितों के लिए जागरूक होना पड़ेगा। मदरसों में मुस्लिम बच्चे दुनियावी तालिम के साथ अंग्रेजी, गणित, विज्ञान की शिक्षा हासिल करें। ताकि दुनिया की दौड़ में आगे बढ़ सके। अल्पसंख्यकों को अपनी कमजोरियों को दूर करना है। हमें सिर्फ सरकार पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए। अपने कंधों को मजबूत करें। अल्पसंख्यकों का जो हक था वह प्रदेश सरकार ने देने की पूरी कोशिश की। सीएम अखिलेश यादव से अल्पसंख्यकों को बड़ी उम्मीदें है। बीजेपी के लोग कहते है सरकार द्वारा अल्पसंख्यक तुष्टिकरण किया जा रहा है। हम चाहते है कब्रिस्तान का बाउंड्री हो, वह नहीं चाहते। अल्पसंख्यकों का विकास हो, वह नहीं चाहते। सांसद योगी आदित्यनाथ की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपकी सरकार के पास देश का खजाना है। लेकिन गोरखपुर के लिए कुछ नहीं किया। यूपी के सीएम जब गोरखपुर आते है खजाना खोलकर चले जाते है। सीएम ने मोहद्दीपुर व रूस्तमपुर में फ्लाई ओवर दिया। सरकार के रहते ही यह कार्य पूरा हो जाएगा। मायावती के शासन काल की तरह नहीं की सिर्फ शिलान्यास हो जाएं कार्य पूरा ही ना हो। उन्होंने कहा कि लोग कहते है गोरखपुर में रहना है तो योगी-योगी कहना है और योगी जी को कुछ नहीं करना है। केंद्र में आपकी सरकार है लेकिन कोई कार्य नहीं किया। सबका विकास, सबका उत्थान सपा सरकार का मुख्य ध्येय है। अल्पसंख्यकों के विकास के लिए उप्र सरकार ने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं में अल्पसंख्यक समुदाय को न्यायोचित हिस्सा दिलाने के उद्देश्य से 30 विभागों में संचालित 85 योजनाओं को सम्मलित करते हुए इनमें 20 प्रतिशत मात्राकरण अल्पसंख्यक समुदाय को दिए जाने का निर्णय लिया । 25 प्रतिशत आबादी वाले अल्पसंख्यक आबादी में योजानाओं को 20 प्रतिशत विकास हेतु खर्च किए जाने का प्राविधान किया गया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद जफर अमीन डक्कू ने कहा कि यह अधिकार दिवस ना होता तो आप अपनी बात कहीं नहीं रख पातें। अगली बार बड़े पैमाने पर यह दिवस मनाया जायेगा और तमाम अल्पसंख्यकों को इसमें बराबर का प्रतिनिधित्व दिया जायेगा ताकि वह अपनी समस्याओ से सरकार को अवगत करा सके। मैं वादा करता हूं कि अल्पसंख्यकों की तमाम समस्या का एक साल के अंदर समाधान होगा। महानगर के अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में सड़कों और पानी की दशा बेहतर है। विभिन्न समुदाय को मुखातिब करते हुए कहा कि जो आपकी समस्या है हमें लिखकर दंे। एक साल का मौका है मैं प्रदेश सरकार से पूरा करवाऊंगा। अल्पसंख्यकों मंे बेदारी नही है। उन्हें अपने हक व हुकूक के लिए बेदारी होना पड़ेगा। परियोजना निदेशक अनिल कुमार ने कहा कि सरकारी की जो योजनाएं चल रही है। सभी अच्छी है। योजनाओं सेे अधिक से अधिक लोगों को नीतियों से ज्यादा अच्छे नियत से लाभान्वित किया जाएं। मदरसा दारूल उलूम हुसनिया के प्रबंधक तहव्वर हुसैन ने कहा कि सरकारी अच्छी योजनाएं लागू कर रही है। लेकिन अमलीजामा नहीं पहन पा रही हैं। उन्होंने सरकार से मदरसा आधुनिकीकरण योजना के तहत चार टीचरों की नियुक्ति समस्या के समाधान का हल तलाशने पर गौर करना चाहिए। इसके अलावा वक्फ ट्रिब्यूनल के मुकदमें हेतु गोरखपुर में भी व्यवस्था की मांग रखी। सरदार बलबीर सिंह ने कहा कि सबके अधिकार बराबर है। तो सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध धर्म के मानने वालों को भी इन अधिकारों को लाभ मिलना चाहिए। लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। हमें राष्ट्रीय एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने मियां साहब का नाम राष्ट्रपति पुरस्कार हेतु दिए जाने की मांग सरकार से की। बौद्ध धर्म के प्रतिनिधि परदेशी ने कहा कि जो भी योजनाएं चल रही है। उसे जरूरतमंदों तक पहुंचाना बेहद जरूरी है। संविधान की अवधारणा है उसे वर्ण विभेद में ना बांटे जाये। सभी को समानता का अवसर मिले। एमएसआई के प्रबंधक राशिद कमाल समानी ने भारतीय संविधान के तहत दिए गए अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर रोशनी डाली। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत कलाम-ए-पाक से हुई। इसके बाद नात-ए-पाक पेश की गयी। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी धर्मदेव त्रिपाठी ने विभिन्न योजनाओं पर रोशनी डाली। अध्यक्षता एमएसआई के प्रधानाचार्य जफर अहमद खां ने व संचालन तारिक शफीक ने की। इस मौके पर शहर-ए-काजी वलीउल्लाह, , विष्णु प्रकाश राय, सैयद जफर हसन, शमीम खां, फैजान, शम्स अनवर, रामरतन बौद्ध, शहाब अंसारी, नदीमुल्लाह अब्बासी, उबैदुर्ररहममान, हाफिज शकिर, मौलाना शौकत अली नूरी, मौलाना रियाजुद्दीन, मनोजय यादव, कदीर बेग, अब्दुल्लाह, अमित राबर्ट, हाफिज रहमान सहित तमाम लोग मौजूद रहे। इसी क्रम में मोमिन असंार सभा ने गोरखनाथ के गार्डन मैरेज हाउस में अल्पसंख्यक अधिकार महापंचायत वसीम अंसारी की अध्यक्षता में लगायी। ---------------- x

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