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फ़रवरी, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भाजपा के पास हैं बिना वाहन का करोड़पति उम्मीदवार

-शीतल पांडेय सबसे गरीब -पढ़े-लिखे छह करोड़पति भी भाजपा में सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। नौ विधानसभा वाले इस क्षेत्र में भाजपा के शीतल पांडेय अपनी पार्टी में सबसे गरीब उम्मीदवार हैं। शीतल पांडेय के पास कोई नकदी नहीं है। वह सहजनवां से उम्मीदवार हैं।  वहीं भाजपा से खजनी सुरक्षित सीट पर सीटिंग विधायक संत प्रसाद हैं तो करोड़पति लेकिन बिना गाड़ी के। वैसे भाजपा ने पढ़ें लिखे  छह करोड़पतियों को उम्मीदवार बनाया हैं। जिसमें दो डाक्टर शामिल हैं। करोड़पति उम्मीदवारों में गोरखपुर शहर से डा. राधा मोहन दास अग्रवाल एमडी, खजनी (सु) से संत प्रसाद स्नातक, चौरी-चौरा की संगीता यादव पति की सम्पत्ति मिलाकर करोड़ पति लिस्ट में शामिल है और वह विधि स्नातक हैं। बांसगांव (सु) से डा. विमलेश पासवान एमडीएस हैं। पिपराइच से महेंद्र पाल स्नातक हैं। कैंपियरगंज से फतेह बहादुर सिंह ने बीबीए किया हैं। वहीं लखपति में चिल्लूपार से राजेश त्रिपाठी स्नातक हैं। इन पर तीन मुकदमें हैं। सहजनवां से शीतल पांडेय स्नातक हैं। 1. गोरखपुर शहर ::: करोड़पति हैं मारुति 800 से चलने वाले डा. राधा मोहन डा.राधामोहन दास अग्रवाल की...

माननीयों को क्रूज, फार्चूनर व रिवाल्वर पसंद हैं

सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। सलमान खान की फिल्म का गाना ' बेबी को बेस पसंद है' सिर्फ सपा-कांग्रेस गठबंधन पर ही नहीं फिट बैठा हैं  बल्कि गोरखपुर के माननीयों के शौक पर भी फिट बैठा हैं यानी " माननीयों को क्रूज, फार्चूनर सहित सफारी पसंद हैं साथ में राइफल व रिवाल्वर भी पसंद हैं। हर चुनाव की तरह इस बार भी धनबल, बाहुबल की जोर आजमाईश हैं। प्रमुख दल सपा-कांग्रेस गठबंधन, बसपा, भाजपा में करोड़पति व लखपति उम्मीदवारों का बोलबाला हैं। लेकिन माननीयों द्वारा दाखिल हलफनामा माननीयों के शौक को जाहिर कर रहा हैं। चिल्लूपार से बसपा उम्मीदवार विनय शंकर तिवारी के पास राइफल, पिस्टल और रिवाल्वर (पत्नि के नाम) तो हैं ही जनाब के पास कई क्रूज, इंडीवर और फार्चूनर भी हैं। कैंपियरगंज से भाजपा उम्मीदवार फतेह बहादुर के पास पुश्तैनी कारबाइन व एक डबल बैरक बंदूक हैं। अजी जनाब बांसगांव सुरक्षित से सपा उम्मीदवार शारदा देवी रिवाल्वर व राइफल  रखती हैं। इनके पास टाटा सफारी और बाइक भी हैं। पिपराइच से बसपा के आफताब आलम के पास दो फार्चूनर व एक पिस्टल हैं। सहजनवां से बसपा के जीएम सिंह के पास एक राइफल, पिस्टल व स्कार...

सपा-कांग्रेस गठबंधन को 'रईस' पसंद है

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सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। सपा-कांग्रेस गठबंधन को 'रईस' ही पसंद हैं। यह हम नही यह हम नहीं उम्मीदवारों के हलफनामे कह रहे हैं। गोरखपुर की नौ सीटों में पांच पर करोड़पतियों को मौका दिया गया हैं। गोरखपुर ग्रामीण से विजय बहादुर यादव, चिल्लूपार से रामभुआल निषाद,  पिपराइच से अमरेन्द्र निषाद, सहजनवां से यशपाल रावत व कैंपियरगंज से चिंता यादव करोड़पति हैं। इन करोड़पतियों में दो सीट के उम्मीदवार सहजनवां के यशपाल रावत पर आठ व चिल्लूपार के रामभुआल निषाद पर छह मुकदमें भी हैं। करोड़पतियों में चिंता यादव व अमरेंद्र निषाद परास्नातक हैं। वहीं रामभुआल स्नातक, विजय बहादुर इंटर, यशपाल रावत हाईस्कूल पास हैं। वहीं बाकी सीटों के लखपतियों की हैसियत भी ऊंची हैं। पढ़ाई लिखाई की बात करें तो शारदा देवी साक्षर हैं। कमल किशोर व राहुल स्नातक तो मनुरोजन ने एलएलबी किया हैं। उक्त उम्मीदवारों के पास बेहतरीन गाड़ियों के साथ असलहें, व बड़े पैमाने पर चल-अचल सम्पत्ति भी हैं। इनमें से कई तो कई बार विधायक भी रह चुके हैं। एक तो मंत्री भी रहे हैं वहीं एक तो सांसद भी बन चुके हैं। एक नजर इन उम्मीदवारों की रईसी पर। 1. ...

विधायिकी लड़ने वालों की संख्या घटी, पार्टियों की संख्या बढ़ी

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-जितने पिछली बार उम्मीदवार थे उतने तो अबकी नामांकन ही नहीं हुआ सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। विधायिकी लड़ने के प्रति लोगों की दिलचस्पी घटी हैं।  पिछली बार जहां मैदान में 221 उम्मीदवार थे। अबकी बार तो करीब 150 के अंदर  ही पर्चा दाखिला हुआ हैं । नामांकन पत्र की जांच के बाद कुछ पर्चे खारिज भी होंगे तो कुछ नाम वापस भी लेंगे। ऐसी स्थिति में संख्या और घट सकती हैं। यह संख्या पिछली बार की तुलना में काफी घट गयी हैं। वहीं पिछले बार की तुलना में पार्टियां जरुर बढ़ गयी हैं। एक दर्जन से अधिक लोकल पार्टियों ने  उम्मीदवार उतारे हैं। वर्ष 2012 के चुनाव में गोरखपुर शहर से सबसे ज्यादा 31उम्मीदवार मैदान में थे वहीं अबकी करीब 26 ने पर्चा दाखिला किया हैं। इसी तरह पिछली बार सबसे कम 16 उम्मीदवार बांसगांव सुरक्षित सीट से थे वहीं अबकी बार करीब 9 ने पर्चा दाखिला किया हैं। पिछली बार सहजनवां से 25 लोग चुनाव लड़े थे लेकिल अबकी यह संख्या 17 तक सिमट गयी हैं और यह पर्चा दाखिल करने वाले लोग हैं। संख्या और भी कम हो सकती हैं। वहीं पिपराइच में 30 लोग चुनाव लड़े थे इस बार सिर्फ 24 ने पर्चा दाखिल करने मे...

गोरखपुर-बस्ती मंडल की सुरक्षित सीटों पर सपा का रहता वर्चस्व, छह पर रहा कब्जा, जमकर बरसते वोट

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सपा ने चार पर सीटिंग एमएलए फिर रिपीट किये, दो का काटा टिकट सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। गोरखपुर-बस्ती मंडल की 41 में से 8 सीटें सुरक्षित हैं। जहां से एक खास तबके को नुमाइंदगी करने का मौका मिलता हैं। इन आठ में से छह  सीटों पर सपा का वर्चस्व हैं। सपा के पक्ष में जमकर वोट बरसते हैं। इसलिए सपा ने अपने चार सीटिंग एमएलए को दोबारा टिकट दिया हैं। हालांकि महराजगंज (सु)  व सलेमपुर (सु) सीट पर अपने सीटिंग एमएलए का टिकट सपा ने काटा भी हैं। सपा ने कांग्रेस से गठबंधन कर महराजगंज (सु) व खजनी (सु) सीट कांग्रेस की झोली में डाल दी हैं। यानी इस बार सपा आठ में से छह पर दांव आजमायेगी और दो पर कांग्रेस की मदद करेगी। बस्ती मंडल में तीन सुरक्षित सीटों पर सिर्फ सपा का कब्जा हैं। इसलिए यहां जीता   एक भी प्रत्यशी नहीं बदला गया। वहीं गोरखपुर मंडल की पांच सीटों में बांसगांव व खजनी छोड़कर बाकी पर कब्जा हैं। बांसगांव पर बसपा का कब्जा है यहां के विधायक का टिकट बसपा ने काट कर धर्मेंद्र कुमार को दे दिया हैं। वहीं खजनी पर भाजपा का कब्जा है यहां पर संत प्रसाद को दोबारा मौका मिला हैं। वहीं जीत व वोट की बात...

बसपा ने 5, सपा ने 3 तो भाजपा ने 1 निषाद प्रत्याशी पर जताया भरोसा

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-पिछली बार तीन निषाद प्रत्याशी विधानसभा पहुंचने में हुए थे कामयाब -गोरखपुर-बस्ती मंडल पर निषाद समाज का आकलन -विधानसभा चुनाव 2017 सैयद फरहान अहमद  गोरखपुर। उप्र विधानसभा चुनाव में प्रमुख पार्टियों ने गोरखपुर-बस्ती मंडल में केवल 9 निषाद बिरादरी के प्रत्याशियों पर भरोसा जताया हैं। बसपा ने 5, सपा ने 3 व भाजपा ने केवल 1 को चुनाव जीतने के काबिल समझा। गोरखपुर-बस्ती मंडल के विधानसभा क्षेत्रों में निषाद बिरादरी की मजबूत दखल है। निषाद बिरादरी को सभी राजनीतिक दलों  लुभाने की कोशिश करते हैं । कांग्रेस, सपा, बसपा, भाजपा सभी निषादों के हक को वाजिब करार देते है। लेकिन जब टिकट देने की बारी आती हैं तो हाथ रोक लेते हैं। पिछले चुनाव में निषाद बिरादरी के जेपी निषाद, राजमति निषाद व लक्ष्मीकांत निषाद विधानसभा पहुंचने में कामयाब हो गए थे। राजमति (पुत्र लड़ेगा) को छोड़कर दोनों फिर से चुनाव लड़ रहे है। बसपा ने बांसी से लालचंद निषाद, फरेंदा से बेचन निषाद, कैंपियरगंज से अर्चना निषाद, चौरी-चौरा से जेपी निषाद व रुद्रपुर से चन्द्रिका निषाद को टिकट दिया हैं। चौरी-चौरा से विधायक  जेपी न...

गोरखपुर : 34 लाख मतदाता चुनेंगें 9 विधायक, पर्चा दाखिला 7 से

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👉छठवां चरण - गोरखपुर- 9 विधानसभा क्षेत्र 👉बसपा,  सपा, भाजपा व कांग्रेस ने 1-1 महिलाओं पर जताया भरोसा 👉बसपा ने 1मुस्लिम प्रत्याशी उतारा सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। उप्र विधानसभा चुनाव के छठवें चरण की अधिसूचना 7फरवरी को जारी होगी। 34 लाख 32 हजार 793  मतदाता 4 मार्च को गोरखपुर से नौ विधायक चुनेंगे। अधिसूचना जारी होते ही गोरखपुर जिले की 9 सीटों पर पर्चा दाखिला शुरु हो जायेगा। पर्चा दाखिला की अंतिम तिथि 14फरवरी हैं। स्क्रूटनी ऑफ नामिनेशन (नामांकन पत्रों  की जांच) 16 फरवरी व नाम वापस लेने की तिथि 18 फरवरी निर्धारित हैं। नामांकन की तैयारी शुरु हो गई हैं। गोरखपुर में नौ विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन पत्रों का दाखिला कलेक्ट्रेट में होगा। सभी विधानसभा के लिए रिटर्निंग अफसरों की तैनाती कर दी गयी हैं। नामांकन कक्ष के बाहर बैरिकेडिंग रहेगी। बसपा, भाजपा व सपा-कांग्रेस गठबंधन ने सभी सीटों पर प्रत्याशी खड़ें कर दिए हैं। सपा 6 पर तो कांग्रेस 3 सीट पर चुनाव लड़ रही हैं। सात सीटिंग विधायक फिर से मैदान में हैं। सपा से पिपराइच विधायिका राजमति की जगह उनके पुत्र अमरेंद्र निषाद च...

जनाब ने पैर रोके तो एमएलए ने हाथ

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-45 फीसदी मतदाता को विधायक चुनने में रुचि नहीं सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। जनता कुर्सी पर बैठाती भी हैं और उतार भी देती हैं। यह काम सिर्फ 50 से 55 फीसद जनता ही करती हैं। बाकी जनता हुकूमत को कोसती हैं। जब मतदान के दिन आपके कदम मतदान स्थल तक नहीं जायेंगे तो एमएलए के हाथ विकास की तरफ कैसे जायेंगे। यह वहीं बात हो गई जनाब ने कदम रोके, एमएलए ने हाथ। ले दे के आपके पास एक वोट का हथियार हैं उसका प्रयोग नहीं करेंगे तो हुकूमत को कोसते रहिए। मतदाता जागरुकता के लिए रैली, परिचर्चा और न जाने क्या-क्या कार्य किए किये जाते हैं लेकिन अापने कसम खा ली हैं न बदलने की। बेचारे बच्चे जो मतदाता नहीं हैं वह कहते है वोट दो। गोरखपुर की जनता भी न बदलने की कसम खा चुकी हैं। इंसेफेलाइटिस  से बच्चे दम तोड़े, विकास से कोसों दूर होने के बाद भी गोरखपुर की जनता का मिजाज ही नहीं बदल रहा हैं। जनता के मिजाज में विकास के प्रति कितनी संजीदगी हैं यह मतदान प्रतिशत से आसानी से निकाला जा सकता हैं। अबकी बार गोरखपुर में 34 लाख 32 हजार 793 मतदाता हैं। विस चुनाव नजदीक हैं। आईये अतीत के झरोखे से जानने की कोशिश करते हैं कि गोरख...

गोरखपुर में दल बदलु विधायकों के जरिये जीत की जुगत

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सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। गोरखपुर की नौ विधानसभा सीटों पर तीन दल बदलु विधायकों की साख दांव पर लगी हैं। पाला बदलने वालों में बसपा, भाजपा व एनसीपी के विधायक हैं। कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें टिकट नहीं मिला तो पार्टी छोड़ी और तुरंत टिकट मिल भी गया। मेरी मुराद दल बदलने में माहिर चिल्लूपार से सपा के प्रत्याशी रामभुआल निषाद से हैं। वहीं शनिवार को कांग्रेस ने सपा  की पूर्व प्रत्याशी चिंता यादव को पार्टी सदस्यता देकर टिकट भी दे दिया। दलबदलुओं का अबकी बार कड़ा इम्तेहान हैं। सबसे पहले भाजपा से बगावत करने वाले गोरखपुर ग्रामीण विधायक विजय बहादुर हैं। जब भाजपा में थे तो सांसद योगी आदित्यनाथ की शान में कसीदें पढ़ते थें लेकिन पार्टी छोड़ी तो मुहंफट हो गए। योगी आदित्यनाथ पर इल्जामों की झड़ी लगा दी। जिसका इनाम सपा से टिकट के रुप में मिला। गोरखपुर ग्रामीण पर इनकी कड़ीं परीक्षा हैं। हालांकि कांग्रेस से गठबंधन थोड़ा राहत भरा हैं। भाजपा की यहां प्रतिष्ठा दांव पर लगी हैं। विपिन सिंह भाजपा प्रत्याशी हैं। वहीं बसपा ने राजेश पांडेय को उतारा हैं। सपा के लिए सबसे बडा सिरदर्द डा. संजय निषाद हैं जो पीस पार्टी ग...

गोरखपुर मंडल : 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए पर्चा दाखिला 7फरवरी से

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👉छठवां चरण - 07 जिला - 49 विधानसभा क्षेत्र 👉बसपा,  भाजपा ने 1-1 तो सपा ने 2 कांग्रेस ने 3 महिलाओं पर जताया भरोसा 👉बसपा ने 3 तो सपा ने 2 कांग्रेस ने 1मुस्लिम प्रत्याशी उतारा सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। उप्र विधानसभा चुनाव के छठवें चरण की अधिसूचना 7फरवरी को जारी होगी।  इसी दिन से पर्चे भरे जायेंगे। नामांकन 07 जिलों की 49 विधानसभा क्षेत्र के लिए होगा। नामांकन की अंतिम तिथि 14फरवरी हैं।  मतदान 04 मार्च को हैं। मतगणना 11 मार्च को हैं। 7 फरवरी से गोरखपुर मंडल के 4 जिलों की 28 सीटों पर पर्चा दाखिला शुरु हो जायेगा।  स्क्रूटनी ऑफ नामिनेशन (नामांकन प्रपत्रों  की जांच) 16 फरवरी व नाम वापस लेने की तिथि 18 फरवरी निर्धारित हैं। बसपा व भाजपा ने सिवाय 'रामकोला' विस सीट को छोड़कर सभी प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। बसपा के रामकोला प्रत्याशी शंभू का जाति प्रमाण पत्र निरस्त हो गया हैं। पार्टी जल्द दूसरे प्रत्याशी की घोषणा करेगी।  वहीं भाजपा + अपना दल (सोनेलाल) गठबंधन ने रामकोला सीट पर प्रत्याशी फाइनल नहीं किया  हैं।  सपा-कांग्रेस गठबंधन ने सभी...

गोरखपुर-बस्ती मंडल की सुरक्षित सीटों पर सपा का वर्चस्व, छह पर रहा कब्जा, जमकर बरसते वोट

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सपा ने पांच पर सीटिंग एमएलए फिर रिपीट किये, एक का काटा टिकट सैयद फरहान अहमद गोरखपुर। गोरखपुर-बस्ती मंडल की 41 में से 8 सीटें सुरक्षित हैं। जहां से एक खास तबके को नुमाइंदगी करने का मौका मिलता हैं। इन आठ में से छह  सीटों पर सपा का वर्चस्व हैं। सपा के पक्ष में जमकर वोट बरसते हैं। इसलिए सपा ने अपने पांच सीटिंग एमएलए को दुबारा टिकट दिया हैं। हालांकि महराजगंज (सु)  सीट पर अपने सीटिंग एमएलए का टिकट सपा ने काटा भी हैं। सपा ने कांग्रेस से गठबंधन कर महराजगंज (सु) व खजनी (सु) सीट कांग्रेस की झोली में डाल दी हैं। यानी इस बार सपा आठ में से छह पर दांव आजमायेगी और दो पर कांग्रेस की मदद करेगी। बस्ती मंडल में तीन सुरक्षित सीटों पर सिर्फ सपा का कब्जा हैं। इसलिए यहां से जीता एक भी प्रत्यशी नहीं बदला गया हैं। वहीं सपा का गोरखपुर मंडल की पांच सीटों में बांसगांव व खजनी छोड़कर बाकी पर कब्जा हैं। बांसगांव पर बसपा का कब्जा है यहां के विधायक का टिकट बसपा ने काट कर धर्मेंद्र कुमार को दे दिया हैं। वहीं खजनी पर भाजपा का कब्जा है यहां पर संत प्रसाद को दुबारा मौका मिला हैं। वहीं इ सीटों पर जीत व वोट ...