हजरत मौलाना सिब्तैन रजा खां का निधन

हुजूर अमीन-ए-शरियत हजरत मौलाना सिब्तैन रजा खां का सोमवार दोपहर उनके आवास पर इंतकाल हो गया। फाजिल-ए-बरेलवी इमाम अहमद रजा खां के परपोते हजरत मौलाना सिब्तैन रजा खां (93) काफी समय से बीमार थे। इन्होंने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तमाम मदरसे-मस्जिद कायम की। बीमारी के चलते चलना-फिरना मुश्किल हो गया। इसलिए इनके पुत्र मौलाना सलमान रजा खां और मौलाना नुमान रजा खां मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में शिक्षा के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी निभा रहे थे। देर रात तक सुपुर्दे खाक को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ था। बड़े पुत्र मौलाना सलमान रजा खां महाराष्ट्र में थे। इसके साथ ही मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक अकीदतमंद हैं। यहां के अकीदतमंद रायपुर में सुपुर्दे खाक करने की मांग कर रहे थे। नासिर कुरैशी ने बताया दुनियाभर में अकीदतमंद हैं, जो शाम से ही बड़ी संख्या में बरेली पहुंचने लगे हैं।

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