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गोरखपुर की दरगाहों पर लगा कोरोना वायरस का ताला

गोरखपुर। शहर की तमाम दरगाहों पर कोरोना वायरस का ताला लग गया है। हिन्दू मुस्लिम एकता का केंद्र मानी जाने वाली तमाम दरगाहों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। अकीदतमंदों से गुलजार रहने वाली दरगाहों पर खामोशी है।  शहर की बड़ी दरगाह में शुमार हजरत मुबारक खां शहीद नार्मल में जहां चार से पांच सौ लोग रोज जियारत करने व फातिहा पढ़ने आते थे। आज कोरोना वायरस के खौफ व लॉकडाउन की वजह से कोई नहीं आ रहा है। लोगों के स्वास्थय व सुरक्षा की दृष्टि के मद्देनजर दरगाह के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया है। यहां मौजूद मदरसा भी बंद है। दरगाह सदर इकरार अहमद के मुताबिक दरगाह पर जुमेरात को करीब पांच हजार, वहीं आम दिनों में चार से पांच सौ लोग जियारत करने पहुंचते थे, लेकिन जब से कोरोना वायरस का प्रकोप फैला है दरगाह पर जियारत करने वालों की तादाद न के बराबर रह गई है। लॉकडाउन के बाद दरगाह पर जियारत नहीं हो रही है। कोरोना प्रकोप के बाद जियारत आम होगी। हालांकि कोरोना से निजात के लिए दरगाह पर दुआ हो रही है। यहां की मजार सैकड़ों साल पुरानी है। दरगाह के बाहर काफी तादाद में फकीर भी जुटते थे। जिनकी जायरीन मदद किया करते थे।...

गोरखपुर के नायब काजी बोले - -सब्र, नमाज व एहतियाती तदबीर के जरिए कोरोना से निजात की दुआ मांगें

मुफ्ती मो. अजहर शम्सी (नायब काजी) ने कहा कि मौजूदा वक्त में लोग जहां बहुत सारी परेशानियों का शिकार हैं, वहीं कोरोना वायरस जैसी वबा से दो चार हैं। कोरोना वायरस से पूरी दुनिया व हमारे वतने अजीज हिन्दुस्तान में अफरातफरी का माहौल है। ऐसे मुश्किल वक्त में सफाई, सुथराई, पाकीजगी व दीगर एहतियाती तदबीर अमल में लाएं। दीन-ए-इस्लाम ऐसा दीन है जिसने दीन के साथ दुनियावी जिंदगी सही ढ़ग से गुजारने का तरीका बताया है। हमारे पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने एहतियाती तदबीरें फरमायी है और हम मुसलमानों को उस पर अमल करने का हुक्म दिया है।  पैगंबर-ए-आज़म के वसूलों पर अमल किया जाए तो आज भी बीमारियों से महफूज रहा जा सकता है। मुसलमान सुन्नते रसूल पर अमल करें। रोजाना सुबह की शुरुअात बिस्मिल्लाह शरीफ से करें, फिर हदीस में आयी दुआ पढ़े। मिस्वाक करना शुरु करें और खास तौर से नमाज के वक्त मिस्वाक जरुर करें। हर वक्त पाक व साफ रहने की कोशिश करें और हो सके तो हमेशा बावुजू रहें। मकान व बिस्तर को साफ सुथरा रखें। नमाज की अदायगी वक्तों पर करें। तौबा व अस्तगफार करें। सब्र और नमाज से मदद तलब करें। हदीस में...

गोरखपुर के मुस्लिम मोहल्लों में रात में दी जा रही अज़ान, कोरोना वायरस से निजात की दुआ

गोरखपुर। कोरोना नाम की वबा से निजात के लिए मुस्लिम मोहल्लों में रात में अज़ान देने का सिलसिला शुरु हो चुका है। घरों की छतों से करीब रात 10 से 11 बजे के बीच अज़ान दी जा रही है। जब अज़ान का सिलसिला शुरु हुआ तो देर तक जारी रहा। माहौल में नूरानियत नज़र आयी। लोगों ने अज़ान से पहले व बाद में तीन तीन बार दरुद शरीफ पढ़ा। तौबा व अस्तगफार करते हुए कोरोना से निजात की दुआ मांगी। अज़ान देने का सिलसिला इसी तरह कई दिनों तक जारी रहेगा। -इन मोहल्लों के घरों में हुई अज़ान खोखरटोला, खूनीपुर, तुर्कमानपुर, पहाड़पुर, जाफरा बाजार, तिवारीपुर, पुराना गोरखपुर गोरखनाथ, रसूलपुर, चक्शा हुसैन, जमुनहिया, अफगानहाता, अंधियारीबाग, जाहिदाबाद, सैयद आरिफपुर, शाहिदाबाद कसाई बाड़ा, कबीर नगर कालोनी, बक्शीपुर, रहमतनगर, अहमदनगर, बड़े काजीपुर, इलाहीबाग, बुलाकीपुर, दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद नार्मल, बेनीगंज, बख्तियार, धर्मशाला बाजार, हुमायूमपुर सहित तमाम मुस्लिम बाहुल्य मोहल्लों के घरों में अज़ान दी गई। -इन्होंने दी घर से अज़ान नवेद आलम, परवेज आलम, रिजवान बेग, महमूद अशरफ, नसीम अनवर, जमशेद आलम,  ग्यास आलम, मेराजुल, ...

गोरखपुर मंडल के जलसों पर लगा कोरोना वायरस व लॉक डाउन का ब्रेक

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गोरखपुर। मार्च-अप्रैल माह में होने वाले करीब 20 से 25 दीनी जलसों पर कोरोना वायरस व लॉक डाउन ने ब्रेक लगा दिया है। वहीं मंडल में करीब 100 से अधिक दीनी जलसे लोगों के स्वास्थय व सुरक्षा की दृष्टि से कैंसिल कर दिए गए हैं। कोरोना वायरस से बचाव के प्रति मुस्लिम समाज व मदरसों के जिम्मेदारों में काफी जागरुकता नज़र आ रही है। 23 मार्च सोमवार की रात शहीद अब्दुल्लाह नगर रसूलपुर गोरखनाथ में होने वाला 'जश्न-ए-गौसुलवरा' जलसा स्वास्थय व सुरक्षा की दृष्टि से स्थगित कर दिया गया है। जलसा संयोजक हाफिज बारकल्लाह ने बताया कि जलसे की सभी तैयारियां मुकम्मल थीं। आजमगढ़ से मुख्य अतिथि आने वाले थे। लॉक डाउन व लोगों की सुरक्षा का ख्याल रखते जलसा स्थगित करना पड़ा। प्रशासन ने अनुमति भी नहीं दी। माहौल सही हो जायेगा तब जलसा किया जायेगा।  वहीं मदरसा गौसिया मानबेला खास में महिलाओं का बड़ा जलसा 'इस्लाहे मुआशरा' के नाम से 29 मार्च की सुबह होने वाला था। जिसमें गोरखपुर व बस्ती मंडल की महिला धर्मगुरु शामिल होने वाली थी। कोरोना वायरस के प्रकोप व लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर जलसा स्थगित किया गया। ज...

गोरखपुर : मुसलमानों ने इबादत व तिलावत कर मांगी कोरोना से छुटकारे की दुआ

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गोरखपुर। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जनता कर्फ्यू का जबरदस्त असर रहा। मुसलमानों ने घरों व मस्जिदों में इबादत की। कुरआन-ए-पाक की तिलावत की। कोरोना वायरस से छुटकारे की दुआ मांगी। दरुदो सलाम पढ़ा गया। कई जगहों पर मुसलमानों ने तीन बार घरों व छतों पर अज़ान भी दी ताकि कोरोना वायरस से मुल्क महफूज रहे। मुसलमानों ने तस्बीह फेर कर तौबा अस्तगफार किया। इसमें बच्चे, बुजुर्ग, युवा व महिलाएं शामिल रहीं। शाम को मुसलमानों ने नफली रोजा खोला। शाहमारुफ, रेती, अस्करगंज, जाफरा बाजार, रसूलपुर, हुमायूंपुर, उर्दू बाजार, इलाहीबाग, जमुनहिया, चक्शा हुसैन, रसूलपुर, रहमतनगर, खोखरटोला, खूनीपुर, नखास, तुर्कमानपुर सहित तमाम क्षेत्रों में सुबह से सन्नाटा पसरा रहा। कई क्षेत्रों की गलियों में बच्चे क्रिकेट खेलते नजर आए। कुछ युवाओं ने शाम 5 बजे कोरोना को भगाने के लिए पटाखा भी फोड़ा।   -मस्जिद में हुई सफाई तिवारीपुर थाना क्षेत्र स्थित सूफी हाता मस्जिद में आज बाद नमाज़ जोहर क़ालीन, गद्दे और सफ़ों को धूप में डालकर पूरी मस्जिद को सैनेटाइज़ किया गया। नमाज़ से फ़ारिग़ होकर लगभग दो दर्जन नौजवानों ने आत्मप्रेरि...

गोरखपुर : शब-ए-मेराज में हुआ अल्लाह व रसूल का जिक्र

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-पेश किया दरूदो सलाम का नजराना गोरखपुर। रविवार देर रात  मुकद्दस शब-ए-मेराज की तारीख को शिद्दत से याद किया गया। सलातुल तस्बीह व अन्य नफिल नमाजें अदा की गईं। कुरआन-ए-पाक की तिलावत हुई। घरों में रातभर अल्लाह व रसूल-ए-पाक हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम का जिक्र होता रहा। कसरत से दरूदो सलाम का नजराना पेश किया गया।  उलेमा ने कहा कि यह वही मुबारक रात है जब रसूल-ए-पाक सात आसमानों के पार अर्श-ए-आज़म से आगे ला मकां में अल्लाह के दीदार व मुलाकात से सरफ़राज हुए और तोहफे में पांच वक्त की नमाज मिली। बहादुरिया जामा मस्जिद रहमतनगर में शब-ए-मेराज के मौके पर महफिल हुई। मस्जिद के पेश इमाम मौलाना अली अहमद ने कहा कि शब-ए-मेराज का जिक्र कुरआन व हदीस की बेशुमार किताबों में कसरत के साथ है। शब-ए-मेराज का वाकया रसूल-ए-पाक हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम का अजीम मोजज़ा (चमत्कार) है। नूरी जामा मस्जिद अहमदनगर चक्शा हुसैन में मौलाना शादाब अहमद रजवी व हाफिज नूर अहमद ने कहा कि अल्लाह ने दुनिया में कमोबेश सवा लाख पैगंबरों को भेजा, लेकिन शब-ए-मेराज में सिर्फ आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्...

गोरखपुर : मस्जिदों में जुमा की नमाज अदा, कोरोना वायरस पर हुई तकरीर व दुआ

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गोरखपुर। शुक्रवार को शहर की सभी सुन्नी मस्जिदों में जुमा की नमाज अदा की गई। आम दिनों की तरह ही मस्जिदें भरी रहीं। मस्जिदों के इमाम ने शब-ए-मेराज, कोरोना वायरस आदि पर तकरीर की। अंत में मुल्क व दुनिया में अमनो अमान और कोरोना वायरस से निजात की दुआ मांगी गयी। शहर में मौजूद शिया समुदाय की मस्जिद में जुमा की नमाज नहीं हुई। जिले की सौ से अधिक मस्जिदों में जुमा की नमाज परंपरा के अनुसार अदा की गयी। जिले की सभी मस्जिदें भरी रहीं। दोपहर 12:30 बजे से 2:30 बजे तक जुमा की नमाज अदा हुई। मस्जिदों से जब अज़ान की आवाज बुलंद हुई तो नमाजी मस्जिदों की ओर चल पड़े। मस्जिद पुलिस लाइन सिविल लाइन में हाफिज अजीम अहमद नूरी ने नमाज पढ़ायी। मस्जिद में करीब 250 लोगों ने नमाज अदा की। यहां तकरीर नहीं हुई। अंत में इमाम हाफिज अजीम ने कोरोना से निजात व  मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी। मस्जिद कादरिया पचपेड़वा में नमाज मौलाना जैनुल आबेदीन ने पढ़ायी। तकरीर मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने की। उन्होंने कोरोना से बचाव का तरीका कुरआन व हदीस की रोशनी में बताया। साफ-सफाई पर जोर देने की नसीहत की। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने हमें...

Gorkhpur : उलेमा-ए-अहले सुन्नत ने अवाम के जरिए दिल्ली दंगा पीड़ितों की मदद के लिए ₹192670 की सहायता राशि जुटायी*

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मस्जिद का नाम - सहायता राशि जमा करने में महती भूमिका - राशि 1. गाजी मस्जिद गाजी रौजा - इमाम हाफिज रेयाज अहमद, नायब इमाम हाफिज आमिर हुसैन - *22790* 2. गौसिया मस्जिद छोटे काजीपुर - इमाम मौलाना मोहम्मद अहमद निज़ामी, मो. नाजिम अहमद, तबरेज आलम, अजलान - *13700* 3. सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार - इमाम हाफिज रहमत अली निज़ामी - *10100* 4. चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर - इमाम हाफिज महमूद रज़ा कादरी - *8050* 5. हुसैनी जामा मस्जिद बड़गो - इमाम मौलाना उस्मान बरकाती, मोहसिन खान गोल्डी - *8500* 6. मस्जिद जामे नूर बहादुर शाह जफ़र कालोनी बहरामपुर - सदर कारी जमील अहमद मिस्बाही - *7765* 7. पुलिस लाइन सिविल लाइन - इमाम हाफिज मो. अज़ीम अहमद नूरी - *5260* 8. रज़ा मस्जिद कसाई टोला जाफरा बाजार - इमाम हाफिज खैरुलवरा, हाफिज मो. मुजम्मिल हुसैन खान- *4613* 9. मस्जिद जोहरा मौलवी चक बड़गो - इमाम हाफिज सरफुद्दीन, मोहसिन खान गोल्डी  - *4250* 10. बहादुरिया सुन्नी जामा मस्जिद रहमतनगर - इमाम मौलाना अली अहमद, अली गजनफर शाह - *4000* 11. सुन्नी जामा मस्जिद सौदागार मोहल्ला बसंतपुर - इमाम कारी मो. म...

Gorakhpur : उलेमा-ए-अहले सुन्नत ने 80 दिल्ली दंगा पीड़ित परिवारों तक पहुंचायी ₹ 192670 सहायता राशि*

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*शिव विहार नई दिल्ली में इन दंगा पीड़ित परिवारों की मदद की गयी : नाम व मोबाइल नं.* 1. साबरा बेगम - 9599517450 2. रुकसाना + शाहजहां - 859505992 3. गुलशन - 9911793131 4. इमराना बेगम - 9990065015 5. मंसूर -7827780690 6. रेशमा - 9540764006 7. नाजमीन - 9999727741 8. मुजफ्फर हुसैन - 9818737374 9. मो. इस्लाम - 9873291426 10. आसिफ अहमद - 7011172693 11. मूसा - 12. मो. सलीम - 7042450226 13. मो. परवेज आलम - 9899324018 14. फैजान - 8287576687 15. इसरार - 9871758215 16. इरफान मलिक - 8384075772 17. मो. कय्यूम - 8178363516 18. शौकीन - 9211893850 19. मो. शावेज - 20. मो. नईम - 7703943736 21. इकरामुद्दीन - 7533075961 22. शहनवाज - 9911276742 23. छज्जू - 8127635132 24. जाकिर - 7042193227 25. रेहाना - 8588923533 26. रुखसाना - 9560702412 27. वकील - 28. कारी इरफान अजहरी इमाम औलिया मस्जिद - 9711690188 *खजूरी खास में इन दंगा पीड़ित परिवारों की मदद की गयी* *अहम इत्तिला 1. दिल्ली दंगों में मारे गये मरहूम बब्बू का परिवार बेहद गरीब है। परिवार में मरहूम ...

गोरखपुर के उलेमा ने 80 दिल्ली दंगा पीड़ित परिवारों को दी सहायता राशि

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गोरखपुर। उलेमा-ए-अहले सुन्नत ने अवाम के जरिए 34 मस्जिदों से जुटायी 192670 रुपये की सहायता राशि दिल्ली दंगा पीड़ित 80 परिवारों में पहुंचा दी है। रविवार को नई दिल्ली रवाना हुए प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को दिल्ली दंगा पीड़ितों के लिए बनाए गए ईदगाह मुस्तफाबाद राहत शिविर का दौरा कर पीड़ित परिवारों का दुख दर्द बांटा। इसके बाद शिव विहार क्षेत्र का दौरा किया। क्षतिग्रस्त मकान, मस्जिदों का जायजा लिया। करीब 28 परिवारों के घरों पर जाकर सहायता राशि बांटी। यहां क्षतिग्रस्त मदीना मस्जिद का मुआयना किया। प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को चांद बाग (भजनपुरा) में दंगाईयों द्वारा क्षतिग्रस्त दरगाह हजरत चांद बाबा रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर चादर व फूल पेश कर अमनो अमान की दुआ मांगी। इसके बाद दंगा प्रभावित खजूरी खास का दौरा किया। यहां करीब 52 परिवारों में सहायता राशि प्रत्येक घर में जाकर दी। दंगा पीड़ितों को सब्र की तलकीन की। इसके बाद शिव विहार स्थित क्षतिग्रस्त औलिया मस्जिद के पेश इमाम को सहायता राशि सौंपी। खजूरी कच्ची के रहने वाले दंगे में जान गंवाने वाले मरहूम बब्बू के परिवार को सहायता राशि सौंपी। प्रतिनिधिमंडल ...

गोरखपुर के मुफ्ती अजहर सीएए का विरोध करते हुए बोले - 'अतलसो कमख्वाब की पोशाक पे नाज़ा न हो, इस तने बेज़ान पर खाकी कफ़न रह जायेगा'

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गोरखपुर। अहमदनगर चक्शा हुसैन में शनिवार को जलसा-ए-ईद मिलादुन्नबी हुआ। अध्यक्षता हाफिज शमसुद्दीन व संचालन हाफिज नूर मोहम्मद ने किया। मुख्य अतिथि मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने कहा कि 1857 में जंग-ए-आजादी के अज़ीम शहीद हजरत किफायत अली काफी को जब फांसी दी जा रही थी तो उन्होंने एक शेर पढ़ा जो आज भी हर मुसलमान के दिल में महफूज है और कयामत तक महफूज रहेगा। उन्होंने पढ़ा था 'कोई गुल बाकी रहेगा न चमन रह जायेगा, पर रसूलल्लाह का दीने हसन रह जायेगा, हम सफीरों बाग में है कोई दम का चहचहा, बुलबुले उड़ जायेंगी सुना चमन रह जायेगा, नामे शाहाने जहां मिट जायेंगे लेकिन यहां, हश्र तक नामो निशाने पंजतन रह जायेगा, जो पढ़ेगा साहिबे लौलाक के ऊपर दरुद, आग से महफूज उसका तन बदन रह जायेगा, सब फना हो जायेंगे काफी, व लेकिन हश्र तक नात हजरत का जुबानों पर सुखन रह जायेगा, अतलसो कमख्वाब की पोशाक पे नाज़ा न हो, इस तने बेज़ान पर खाकी कफ़न रह जायेगा'। उन्होंने कहा कि इस मुल्क की आजादी में हमारे बुजुर्गों ने अज़ीम कुर्बानी दी है। 1757 में नवाब सिराजुद्दौला ने पलासी के मैदान में अंग्रेजों से मुकाबला किया। उनके बाद ...

दिल्ली में अमनो अमान के लिए मकतब इस्लामियात के बच्चों ने मांगी दुआ

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गोरखपुर। बुधवार को मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर चिंगी शहीद के करीब सौ बच्चों ने अपने नन्हें-नन्हें हाथ अल्लाह पाक की बारगाह में उठाकर नई दिल्ली में जारी फसाद थमने व अमनो, अमान, एकता व भाईचारा कायम रहने की दुआ मांगी। मकतब इस्लामियात के सदर मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने कहा कि यह मुल्क हमारा है। यहां के लोग हमारे है। यहां अमनो अमान व भाईचारा कायम करना हम सबकी जिम्मेदारी है। मुल्क के ऐसे हालात में हर देशवासी का फर्ज है कि मुल्क की फिज़ा में अमन कायम करे। फसाद से मुल्क व आम इंसानों का नुकसान होता है। आज मकतब में बच्चों के जरिए नई दिल्ली व पूरे मुल्क में अमन शांति के लिए दुआ करवाई गई। पूरे यकीन के साथ कह सकता हूं कि बच्चों की जुबान से निकली यह दुआ अल्लाह पाक जरुर सुनेंगे और माहौल में अमन शांति कायम होगी। जिन लोगों ने फसाद में अपनों को खोया है अल्लाह उन्हें सब्र दें और गैब से मदद करे। फसाद में जिन लोगों को माली नुकसान हुआ है उनकी मदद सरकार के साथ आम नागरिक भी करें। सरकार जान गंवाने व माली नुकसान उठाने वालों को मुआवजा दे। विभिन्न धार्मिक स्थलों व मजारों को फिर से आबाद किया जाए। फसाद के दोष...

गोरखपुर के 121 उलेमा ने सीएए के खिलाफ़ सुप्रीम कोर्ट को लिखा खत

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गोरखपुर। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) व राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर जिले के उलेमा (मुस्लिम धर्मगुरु) बेचैन हैं। चिंता के माहौल में शहर के 121 उलेमा ने सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे को खत लिख कर सीएए व एनपीआर पर रोक लगाने की गुहार लगाई है। खत लिखने वालों में शहर की मस्जिद के इमाम, मोअज्जिन, कारी, हाफिज, मौलाना, मुफ्ती व मदरसा शिक्षक शामिल हैं।  खत पर हस्ताक्षर करने का सिलसिला 19 से 24 फरवरी तक चला। मंगलवार को खत स्पीड पोस्ट के जरिए सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के मुख्य न्यायाधीश को भेजा गया। उलेमा ने खत के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून 2019 (सीएए) धर्म के आधार पर बनाया गया है। सीएए भारतीय संविधान की प्रस्तावना के विरुद्ध है। सीएए के पारित होने से विभिन्न धर्म एवं जाति के मध्य नफरत का माहौल पैदा हो रहा है। जो कि देश के विकास में बाधक है। वहीं एनपीआर और एनआरसी भी जनता के खिलाफ व घातक है। देश के कई राज्यों ने सीएए, एनपीआर व एनआरसी का विरोध करते हुए ...

गोरखपुर में भीम आर्मी ने प्रदर्शन कर आरक्षण बचाओ और सीएए-एनआरसी हटाओ का नारा बुलंद किया

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गोरखपुर। रविवार को भीम आर्मी का नगर निगम स्थित रानी लक्ष्मी बाई पार्क में पहला जोरदार विरोध प्रदर्शन शांति के साथ हुआ। भारत बंद के आह्वान पर जुलूस निकालने में भीम आर्मी कामयाब नहीं हो सकी। अप्रत्यक्ष रूप से एससी, एसटी और ओबीसी का सरकारी नौकरियों में आरक्षण समाप्त करने वाले निर्णय और सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में यह विरोध प्रदर्शन हुआ। यह प्रदर्शन भीम आर्मी के भारत बंद के क्रम में हुआ। हालांकि भारत बंद का असर शहर में नज़र नहीं आया। कुछ एरिया में इक्का दुक्का दुकानें बंद रहीं। आरक्षण बचाओ, संविधान बचाओ, सीएए, एनआरसी व एनपीआर हटाओ, देश बचाओ का नारा बुलंद करते हुए भीम आर्मी ने जमकर नारेबाजी की। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रदर्शन स्थल पर ही जिला प्रशासन को सौंपा गया। जिसके जरिए मांग की गई कि संविधान विरोधी सीएए को वापस लिया जाए, एससी, एसटी व ओबीसी को नौकरियों में मिलने वाले प्रोन्नति में आरक्षण को जारी रखा जाए। एनआरसी व एनपीआर का भीम आर्मी ने जमकर विरोध किया और डीएनए आधारित एनआरसी लागू करने की मांग की। प्रदर्शन का नेतृत्व भीम आर्मी जिलाध्यक्ष...

गोरखपुर : उर्स में पढ़ी गई संविधान की प्रस्तावना, सीएए, एनआरसी व एनपीआर वापस लेने की हुई दुआ

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गोरखपुर। तुर्कमानपुर स्थित दरगाह पर हजरत इमदाद शाह रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स-ए-पाक बुधवार को अकीदत के साथ मनाया गया। कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। उर्स-ए-पाक के मौके पर भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई। सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में जगह-जगह हो रहे ऐतिहासिक शाहीन बाग़ आंदोलन की कामयाबी और सीएए, एनआरसी व एनपीआर वापस लिए जाने की दुआएं मांगी गई। मुल्क में अमनो सलामती, भाईचारगी व तरक्की की भी दुआ की गई। इस मौके पर बच्चों के बीच नातिया मुकाबला हुआ। जिसमें मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार, मदरसा रज़विया मेराजुल उलूम चिलमापुर, मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर व मदरसा फ़ैजाने मुबारक खां शहीद नार्मल के बच्चों ने रसूल-ए-पाक की शान में शानदार नात-ए-पाक पढ़ी। नातिया मुकाबले के विजेता बच्चों को उलेमा-ए-किराम ने पुरस्कृत किया। इसके बाद जलसा-ए-ईद मिलादुन्नबी हुआ। जिसमें मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी व मौलाना मो. असलम रज़वी ने अल्लाह तआला, रसूल-ए-पाक हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम, सहाबा-ए-किराम, अहले बैत व औलिया-ए-किराम की शान में तकरीर की। अंत में दरुदो सलाम पढ़कर जलसा समाप्त ह...

गोरखपुर के दो हजार छात्रों ने लिखा हम शाहीन बाग़ के साथ

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-छात्रों की गुहार सीएए, एनआरसी, एनपीआर वापस ले सरकार गोरखपुर। गुरुवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय के 1300 छात्र-छात्राओं ने सीएए, एनआरसी व एनपीआर वापस लेने की गुहार सरकार से की।  इसके लिए बाकायदा छात्र-छात्राओं ने पीएम को पोस्टकार्ड लिखा। छात्रों ने शाहीन बाग़ आंदोलन का समर्थन किया। दो दिन तक पोस्टकार्ड लिखे जाने का सिलसिला गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार पर चला। जिसमें करीब दो हजार छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। पूर्वांचल सेना, भीम आर्मी, अंबेडकराइट स्टूडेंट यूनियन फार राइट्स-असुर द्वारा सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ 'पीएम को पत्र लिखो' अभियान चलाया जा रहा है। असुर छात्र संगठन के नेतृत्व में  आयोजित दो दिवसीय पोस्टकार्ड लिखो अभियान में गोरखरपुर विश्वविद्यालय के दो हजार छात्र-छात्राओं ने पोस्टकार्ड लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संविधान और मानवता विरोधी कानून सीएए वापस लेने और एनआरसी और एनपीआर की प्रक्रिया को रद्द करने की मांग की। संगठन के ईश कुमार ने कहा कि हम शाहीन बाग़ जैसे लोकतांत्रिक आंदोलनों के साथ हैं। हम असंवैधानिक और मानवता विरोधी कानून सीए...

गोरखपुर : आप की जीत व शाहीन बाग़ के सम्मान में चढ़ायी चादर

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गोरखपुर। नई दिल्ली के विधान सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की बम्पर जीत और सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ   शाहीन बाग़, जामिया, एएमयू, घंटाघर में चल रहे आंदोलन के सम्मान में मंगलवार को नार्मल स्थित दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद में चादर चढ़ा कर सीएए, एनआरसी व एनपीआर से निज़ात की दुआ मांगी गई। चादर चढ़ाने वाले युवाओं ने कहा कि नई दिल्ली विधानसभा चुनाव में देश तोड़ने वालों के खिलाफ जनता ने जमकर वोट किया। देश में नफरतों की राजनीति करने वाले सियासी दल व महिलाओं के आंदोलन पर बदजुबानी करने वाले नेताओं को जनता ने अपने वोट की ताकत से नकार दिया। आम आदमी पार्टी की जीत हिन्दुस्तान की गंगा जमुनी तहजीब व विकास की जीत है। शाहीन बाग़ में आंदोलन कर रही महिलाओं व छात्रों पर अनापशनाप आरोप लगाने वाले लोग दूषित मानसिकता के लोग हैं। मुस्लिम महिलाओं पर व उनके बुर्के पर तंज करने वाले मनोरोगी है। हमारी यही दुआ है कि सीएए, एनआरसी व एनपीआर का जल्द खात्मा हो। देश में मौजूद तमाम शाहीन बाग़ों में बैठी महिलाओं को जल्द इंसाफ मिले। जामिया, एएमयू, जेेएनयू के छात्रों पर जुल्मों सितम रुक जाये। गार्गी कालेज की लड़किय...

गोरखपुर में सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ 'पीएम को पोस्टकार्ड भेजो' अभियान शुरु

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-एक लाख पोस्टकार्ड भेजने का लक्ष्य -पूर्वांचल सेना व भीम आर्मी का अभियान गोरखपुर। सीएए (नागरिकता संशोधन कानून), एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ हिन्दुस्तानियों में बेहद नाराज़गी है। जिसकी वजह से नई दिल्ली से लेकर हर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन जारी है। जगह-जगह शाहीन बाग़ के रुप में शांतिपूर्ण ऐतिहासिक आंदोलन हो रहे हैं। पुलिस की दमनात्मक कार्रवाई भी जारी है। आंदोलन में दो दर्जन से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिसमें शाहीन बाग़ नई दिल्ली का चार माह का मोहम्मद जहान भी शामिल है। गोरखपुर की अवाम में भी आक्रोश  है। जो पुलिसिया खौफ की वजह से सामने नहीं आ पा रहा है। इन सबके बीच पूर्वांचल सेना व भीम आर्मी ने गोरखपुर में सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ 'पीएम को पोस्टकार्ड भेजो' अभियान शुरू किया है। पीएम नरेंद्र मोदी को एक लाख पोस्टकार्ड भेजने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान की खासबात यह है कि यह दलित व पिछड़े वर्ग की बस्तियों में चलाया जा रहा है। हर रोज करीब 300 पोस्टकार्ड लिखे जा रहे हैं। जिसमें ग्रामीण व शहरी अवाम बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही है। 4 फरवरी को उनवल से इस अभियान की शुरुआत हुई...

दीवानी न्यायालय परिसर : मस्जिद का इस्तिंजा खाना तोड़ कर लगाया जय श्रीराम का नारा

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गोरखपुर। शनिवार को कैंट थाना क्षेत्र के दीवानी न्यायालय परिसर में मौजूद मस्जिद का इस्तिंजा खाना (पेशाब खाना) जेसीबी मशीन लगाकर तोड़ दिया गया। इस्तिंजा खाना ध्वस्त करने के बाद जय श्रीराम का नारा भी लगाया गया। इस्तिंजा खाने पर पड़े नये लिंटर को अवैध बताकर तमाम कार्रवाई की गई। बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट की कार्यकारिणी व बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं के मौजूदगी में उक्त कार्रवाई हुई। लिंटर का विरोध कर रहे अधिवक्ताओं ने पहले तो स्वयं लिंटर तोड़ना चाहा। इसके बाद जेसीबी मशीन के जरिए इस्तिंजा खाने व नये लिंटर का वजूद मिनटों में खत्म कर दिया गया। यह इस्तिंजा खाना मस्जिद के पूरब तरफ गेट पर मौजूद था। जिसका उपयोग सिविल कोर्ट के मुस्लिम अधिवक्ता काफी समय से करते चले आ रहे थे। इस्तिंजा खाना तोड़े जाने से मुस्लिम अधिवक्ताओं को अब काफी दिक्कत व दुश्वारी पेश आयेगी।इस्तिंजा खाना पर पहले टीन शेड पड़ा था। सहूलियत के लिए एक अधिवक्ता इस्तिंजा खाने पर लिंटर लगवा रहे थे। मौके पर मौजूद मुस्लिम अधिवक्ताओं ने विरोध जताने की हल्की कोशिश की। मुस्लिम अधिवक्ताओं ने कहा कि इस्तिंजा खाना को क्षति न पहुंचाईए हम पहले वाल...