गोरखपुर में तीन माह के अंदर मार्डन स्लाटर हाउस बनने की उम्मीद, जमीन आयीं पसंद!



-शुक्रवार को दल बल के साथ जमीन देखने पहुंचे नगर आयुक्त
-रमजान शरीफ में हो सकती हैं गोश्त बेचने की व्यवस्था
-हाईकोर्ट में सुनवाई 29 को

गोरखपुर । इलाहीबाग में बहरामपुर  स्थित 78 डिस्मिल जमीन मार्डन स्लॉटर हाउस के लिए नगर निगम को पसंद आ गयीं हैं। मीट कारोबिरयों को यह जमीन पहले से ही सबसे उपयुक्त लगी थीं।  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीन माह में मार्डन स्लाटर हाउस बन कर तैयार हो सकता हैं। शुक्रवार को नगर आयुक्त ने पूरे दल बल के साथ जमीन का मुआयना किया। सभी इस जमीन पर संतुष्ट नजर आयें। जमीन के कागजात नगर निगम को हैंड ओवर कर दिये गये हैं। नौसढ़, डोमिनगढ़, बहरामपुर (इलाहीबाग में दो जगह ) आदि इलाकों में में कई जमीन देखने के बाद यह निर्णय लिया गया हैं।  सूत्रों की माने तो दोनों पक्षकार उक्त जमीन पर मार्डन स्लाटर हाउस बनाने के लिए राजी हो गये हैं। यहां पर स्मॉल मार्डन स्लाटर हाउस बनेगा। जिसमें करीब 90 से 100 जानवर प्रतिदिन हलाल होंगे। जिनसे करीब 10-15 टन गोश्त निकलेगा।
वहीं नगर आयुक्त ने अभी तक वैकल्पिक व्यवस्था के लिए  मीट कारोबारियों से कोई सलाह मशविरा या राय नहीं ली हैं । ऐसे में सवाल उठता हैं कि जब तक स्लाटर हाउस बन नहीं जाता तब तक मीट कारोबारियों के भरण पोषण के लिए नगर निगम  क्या व्यवस्था करेगा। जबकि 29 मई को नगर आयुक्त  को हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के समक्ष हलफनामा के जरिए यह बताना हैं कि  मार्डन स्लाटर हाउस कितने दिनों में बनेगा और वैकल्पिक व्यवस्था कहा होगी। कुरैशी समाज के रिजवानुल्लाह कुरैशी कहते हैं कि वैकल्पिक व्यवस्था के सबंध में  नगर आयुक्त ने अभी तक मीट कारोबारियों को बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं किया हैं।उन्होंने बताया कि शहर में करीब 150-200 बड़े के गोश्त दुकानें हैं।  जिनमें 75 फीसद दुकानें मीट कारोबारियों की स्वयं की हैं। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नगर निगम को पुरानी व्यवस्था बहाल करनी चाहिए। रात्रि में गोश्त काटने  और सुबह को ढ़ाक कर बेचने की अनुमति मिलें। मलबा वगैरह के लिए नगर निगम गाड़ी की व्यवस्था मुहैया करा दें ताकि अपशिष्ट पदार्थ दूर जाकर नष्ट हो सकें। उन्होंने बताया कि इस पेशे से जुड़े करीब 10 हजार लोग प्रभावित हैं । कोर्ट से बहुत उम्मीद हैं।
याचिकाकार्ता मिर्जा दिलशाद बेग ने बताया कि स्लाटर हाउस के मुताल्लिक तमाम कागजात नगर निगम को मुहैया कराया जा चुका हैं। मार्डन स्लाटर हाउस संबंधी गाइडलाइन नगर निगम को दी गयी हैं।  गोरखपुर में स्मॉल मार्डन स्लाटर हाउस ही खुलेगा।

बतातें चलें कि मीट कारोबारियों ने हाईकोर्ट में रिट याचिका 15664/2017 दिलशाद अहमद व 12 अन्य बनाम राज्य व अन्य 06 आदि में गोरखपुर में मार्डन स्लाटर हाउस खोलने की गुहार लगायी हैं। याचिकाकर्ताओं की तरफ से अधिवक्ता वीएम जैदी व एमजे अख्तर पक्ष रख रहे हैं। बहुत तेजी से सुनवाई भी हो रही हैं। सभी को उम्मीद हैं कि रमजान शरीफमें
वैकल्पिक व्यवस्था बहाल हो जायेगी। मिर्जा दिलशाद बेग, बब्लू कुरैशी,  रिजवानुल्लाह कुरैशी, अहमद कुरैशी, कैफ कुरैशी सहित तमाम लोग चाहते हैं जल्द से जल्द समस्या का समाधान हो ।

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