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हुजूर की आमद पर झूमा शहर

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मिलाद शरीफ की महफिल व जुलूस-ए-मुहम्मदी से सराबोर सुबह व शाम गोरखपुर। ईद मिलादुन्नबी की खुशियों में सराबोर रहा पूरा शहर। घरों, मस्जिदों, मदरसों में कुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी व मिलाद शरीफ की महफिलें सजायी गयी। मुहल्लों से जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाले गये। फज्र की नमाज के बाद शहर की तमाम मस्जिदों में परचम कुशाई हुई। जुलूस निकलने का सिलसिला जो शुरू हुआ तो देर रात जारी रहा। जुलूस का केंद्र नखास चैक रहा। जगह-जगह जुलूसों का अकीदतमंदों ने खैरमकदम कर शीरनी तकसीम की। सभी ने हुजूर की आमद मरहबा सहित इस्लामी नारे लगाये। आकर्षक झांकियां व इस्लामी पैगामत से सजे बोर्ड व बैनर ने पैगम्बर मुहम्मद साहब की तालीमात पर रोशनी डाली। जिन में हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के जीवन पर प्रकाश डाला गया। मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार की ओर से जुलूस-ए-मुहम्मदी पूरे शानौं शौकत से हाजी सैयद तहव्वर हुसैल के नेतृत्व में निकाला गया। जो अपने निर्धारित मार्ग दीवान बाजार, बक्शीपुर, अलीनगर, चरनलाल चैक, बेनीगंज, हरीश चैक, जाफरा बाजार, घासीकटरा, खोखरटोला, नसीराबाद, चैरहिया गोला होते हुए निकला जो पुनः मदरसें पर सम्...

12 रबीउल अव्वल पूरी दुनिया के लिए रहमतों बरकत

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गोरखपुर। मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार के मुफ्ती अख्तर हुसैन अजहर मन्ननी ने कहा कि पैगम्बर मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम 20 अप्रैल सन् 521 ई. को अरब की धरती मक्का शरीफ में पैदा हुए। हुई। हर साल अरबी की 12 तारीख को उनके जन्म दिन की खुशियां मनायी जाती है। झंडे लगाये जाते है। जुलूस निकाला जाता है। सलातो सलाम की सदाएं हर जुंबा से निकलती है। मिठाईयों बांटी जाती है। जगह-जगह मिलाद की महफिल कायम की जाती है। मुसलमानों से गुजारिश है कि शरीयत के दायरे में रहते हुए खुशी मनाये, झंडे लगाए, जुलूस निकाले। लेकिन ढोल ताशा और पटाखों वगैरह से परहेज करें। किसी तरह का ऐसा काम जिससे किसी को परेशानी महसूस हो परहेज करे। खुशियों को फैलाये। कोई गरीब, परेशान हाल मिले तो मदद करे। बीमार की तीमारदारी करे। ईद मिलादुन्नबी के दिन खूब नेकियों को फैलाये। खुराफात से महफूज रहे। सूफी निसार अहमद ने कहा कि पैगम्बर मुहम्मद साहब ने अपने चाल-चलन, मुहब्बत, भाईचारगी, अम्नों शंति, अमानतदारी, वादा वफाई की वजह से उन्होंने सबका दिल जीत लिया। 40 वर्ष की आयु में उन्होंने अल्लाह के हुकूम पर नबी व रसूल होने का ऐलान किया। उनकी ...

अल्पसंख्यक अधिकारी दिवस के मौके पर महापंचायत

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गोरखपुर अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के मौके पर मोमिन अंसार सभा के तत्वावधान में गोरखनाथ स्थित गार्डन मैरेज हाउस रसूलपुर मंे अल्पसंख्यक अधिकार महापंचायत लगायी गयी। अध्यक्षता मोमिन असंार सभा के जिलाध्यक्ष वसीम अंसारी ने व संचालन नबीउल्लाह अंसारी ने किया। वसीम अंसारी ने कहा कि इस मुल्क को आजाद कराने में मुस्लिमों ने अहम भूमिका निभाई। हजारों उलेमाओं का 1857 की आजादी की लड़ाई में फांसी दी गयी। देश के आजाद होने के उपरांत मुसलमानों के हालात बहुत अच्छे थे। इस समय मुसलमान भिखारी बन गया है। मुसलमानों मे बहुसंख्यक पिछड़ा मुस्लिम समाज जिसका मुख्य पेशा बुनाई और दस्तकारी है। उसके लिए आज तक कुछ नहीं किया गया। अब वक्त आ गया है कि मुसलमानों को जगालने का वह काम सब मुसलमानों को राजनीतिक व प्रशासनिक सभी जगह मजबूत होना पड़ेगा तभी मुसलमानों का भला हो सकेगा। इस दौरान बेलाली समाज के अब्दुल लतीफ वारसी, घोसी समाज के शहिद, मंसूरी समाज के जामिन अली, डा. साजिद हुसैन, अब्दुल्लाह, हाफिज फैयाज,खुर्शीद अहमद मून, साद अबरार, डा. शहिद, मंसूर आलम, अहमदुल्लाह , शमशाद, सेराज, ऐहतेशाम, अमजद सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

अल्पसंख्यकों को खुद मजबूत होना पड़ेगा: डा. मोहसिन

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अल्पसंख्यकों को खुद मजबूत होना पड़ेगा: डा. मोहसिन कौम में बेदारी जरूरी: जफर अमीन अल्पसंख्क अधिकार दिवस गोरखपुर। अल्पसंख्यकों के हक व हुकूक की बात हुई। सामाजिक, आर्थिक, शौक्षिक योजनाओं पर रोशनी डाली गयी। अल्पसंख्यकों ने अपनी परेशानियां बतायी। समाधान का आश्वासन मिला। मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध धर्म से ताल्लुक रखने वाले प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखी। प्रदेश सरकार के प्रतिनिधियों ने कहा जल्द हालात सुधर जायेंगे। तमाम समस्याओं का समाधान होगा। एमएसआई इंटर कालेज के आडोरियम में शुक्रवार को मौका था जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से आयोजित अल्पसंख्यक अधिकार दिवस कार्यक्रम का। सभी ने बेबाकी से रखी राय। मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद सपा जिलाध्यक्ष डा. मोहसिन खान ने कहा हमारी सरकार ने अल्पसंख्यकों के हक के लिए तमाम तरह की योजनाओं को अमलीजाम पहनाया। अल्पसंख्यकों को अपने हितों के लिए जागरूक होना पड़ेगा। मदरसों में मुस्लिम बच्चे दुनियावी तालिम के साथ अंग्रेजी, गणित, विज्ञान की शिक्षा हासिल करें। ताकि दुनिया की दौड़ में आगे बढ़ सके। अल्पसंख्यकों को अपनी कमजोरियों को दूर करना है। हमें सिर्फ सरकार पर ...

मेधावियों की हौसलाअफजाई मेडल व प्रमाणपत्र के जरिए

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शिक्षा समुदाय की रीढ़: डीडी त्रिपाठी गोरखपुर। मुस्लिम इमदाादिया कमेटी आफ एजुकेशन की जानिब से अल्पसंख्यक एवं एससी/एसटी वर्ग के हाईस्कूल एवं इंटर के मेधावी छात्राओं को गोजए सभागार में सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी डीडी त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षा किसी समुदाय की रीढ़ होती है। कोई भी समाज तब तक उन्नति नहीं कर सकता जब तक कि वह शिक्षा हासिल नहीं करेगा। शिक्षा के साथ संस्कार भी हासिल करना जरूरी है। विशिष्ट अतिथि डा. सुरहिता करीम व डा. अजीज अहमद ने कहा कि शिक्षित समाज ही उन्नति की ओर अग्रसर होता है। गोविवि के उर्दू विभागाध्यक्ष डा. रजीउर्रहमान एवं खैरूल बशर ने कहा कि जीवन का एक लक्ष्य बनाएं और उसे प्राप्त करने को पूरे मन से जुट जाए। लक्ष्य जरूर हासिल हो जायेगा। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बदरे आलम एवं हाजी सैयद तहव्वर हुसैन ने कहा कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक अल्पसंख्यक समुदाय में शिक्षा का स्तर काफी नीचे है। जरूरत इस बात की है कि हम खुद भी शिक्षा हासिल करें और दूसरों को शिक्षा हासिल करने की प्रेरणा दें। अध्यक्षता डा. संजयन त्रिपाठी ने व संचालन संगठन के जिलाध...

गुस्ताखे रसूल को फांसी दिए जाने की मांग

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उलेमाओं ने सौंपा ज्ञापन, मुस्लिम नौजवानों ने निकाला मार्च मदीना मस्जिद व जामा मस्जिद उर्दू बाजार पर प्रदर्शन गोरखपुर। शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद रेती रोड स्थित मदीना मस्जिद व उर्दू बाजार स्थित जामा मस्जिद पर पैगम्बर सल्लल्लाहौ अलैहि वसल्लम की गुस्ताखी करने वाले हिंदू महासभा के कमलेश तिवारी के खिलाफ आवाम ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर मदीना मस्जिद से डीएम कार्यालय तक मार्च निकाला। सरकार से फांसी की मांग की। शहर के उलेमाओं व विभिन्न मस्जिदों के इमामों ने डीएम कार्यालय पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप सरकार से मुतालबा किया कि सरकार ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कानून बना कड़ी से कड़ी सजा दें। जुमा की नमाज के बाद शहर के विविध मुहल्लों से मुस्लिम नौजवान मदीना मस्जिद पर जमा होने लगे। जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। देखते-देखते भीड़ ने बड़े मजमें का रूख अख्तियार कर लिया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। नौजवानों ने कमलेश तिवारी के फांसी की मांग शुरू कर दी। धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने लगी तो प्रशासन सकते में आ गया। अल्लाहु अकबर, या रसूलल्लाह के नारों से सबंधित क्षेत्र गु...

उलमा बोले, मुल्क को किसी की नजर लग गई

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बरेली। आला हजरत दरगाह के प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान रजा खां (सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती और सज्जादानशीन हजरत अहसन मियां की सदारत में इस्लामिया ग्राउंड पर हुई उर्स-ए-रेहाने मिल्लत, तहफ्फुजे मुसलमानाने हिंद और तहफ्फुजे मुस्लिम पर्सनल लॉ कांफ्रेंस में पैगम्बरे इस्लाम की शान में गुस्ताखी का विरोध करते हुए सरकार से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। देश-विदेश से आए विद्वानों ने वोटों की खातिर माहौल बिगाड़ने पर चिंता जताई और देश में बढ़ते कट्टरपंथ पर चिंता जतातेे हुए कहा कि इस मुल्क को किसी की नजर लग गई। रविवार रात करीब 10 बजकर 15 मिनट पर तहफ्फुजे मुसलमानाने हिंद और तहफ्फुजे मुस्लिम पर्सनल लॉ कांफ्रेंस शुरू हुई। आलिम और मुफ्तियों ने इस दौरान मुसलमानों और मुस्लिम पर्सनल लॉ की सुरक्षा पर सवाल उठाए। डॉक्टर एजाज अंजुम ने मुफ्ती आजम के हिंद के हवाले से कहा कि हिंदुस्तान के मुसलमान सब्र के साथ जिंदगी गुजारें। सैय्यद कफील अहमद ने कहा कि मुसलमानों के साथ भेदभाव हो रहा है। मुफ्ती रिजवान बोले, किसी भी हुकूमत का रवैया मुसलमानों को लेकर ठीक नहीं है।
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राजनेता का जमावड़ा लगा बरेली। उर्स-ए-रजवी के मौके पर इस बार सभी राजनैतिक पार्टियों की ओर से दरगाह पर चादरें पेश की गई। जब कि मुख्य मंत्री अखिलेश यादव की ओर से सुब्हानी मियां को पत्र भी भेजा गया है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री, विधान परिषद दल के नेता नसीब पठान, अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष सय्यद खुर्शीद, विधायक संजय कपूर, बरेली मंडल प्रभारी यूसुफ कुरैशी के साथ पूर्व सांसद प्रवीन सिंह ऐरन, प्रदेश महासचिव अजय शुक्ला, जिलाध्यक्ष रामदेव पांडेय, महानगर अध्यक्ष चौधरी असलम मियां आदि ने मदार पर चादर पेश किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से सपा विधायक अताउर्रहमान ने दरगाह आला हजरत पहुंचकर चादरपोशी की और दरगाह आला हजरत के प्रमुख सुब्हानी मियां को सीएम का पत्र सौंपा। कार्यक्रम में सपा जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव, कदीर अहमद, सूरज यादव, नसीम अख्तर, दीपक शर्मा, हरीशंकर यादव, रईस मियां आदि मौजूद थे। दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल और उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत की ओर से भी दरगाह पर चादर पेश की गई। इसे पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रईस खां लेकर पहुंचे ...

बाबरी पर सियासत न करें कोर्ट पर भरोसा रखें

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बरेली। अयोध्या प्रकरण पर आरएसएस प्रमुख भागवत के बयान के बाद हो रही सियासत पर आला हजरत के उर्स में आए उलमाओं ने नाइत्तेफाकी जताते हुए मशवरा दिया है कि अदालत पर भरोसा रखें और इस मसले पर कोई भी कुछ न कहे। भागवत के राम मंदिर निर्माण और आजम खां के बयान को सिर्फ सियासी खेल हैं। पटना (बिहार) के मुफ्ती सय्यद अहमद रजा ने कहा है कि यह मुद्दा अब कोर्ट का है। मोहन भागवत ने एक भड़काऊ बयान दे दिया है वह इस तरह के बयान देते रहते हैं। जहां तक उत्तर प्रदेश के शहर विकास मंत्री आजम खां के बयान का सवाल है तो वह सियासी बयान है। प्रदेश की हुकूमत आजम खां के माध्यम से मुस्लिमों की हमदर्दी व वोट हासिल करना चाहती हैं। जम्मू कश्मीर के मुफ्ती सय्यद बिशारत अली का कहना है कि बाबरी मस्जिद, मस्जिद है। वह कयामत तक रहेगी। जहां तक मोहन भागवत के बयान की बात तो वह अपनी मर्जी के मालिक हैं कुछ भी बयान दें। हम तो इस्लाम के पाबंद हैं अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं कह सकते। हम शरियत की रोशनी में इस मामले को देखते हैं।

उर्स-ए-रज़वी पर एक नई वेबसाइट लांच

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इस साल उर्से रज़वी के मौके पर एक नई वेबसाइट लांच की जाएगी। यह वेबसाइट दारुल उलूम फैजाने ताजुश्शरिआ के प्रबंधक मुफ्ती मोहम्मद राहत खां ने तैयार करायी है। इस वेबसाइट पर आला हजरत की किताबें, नातो मनकवत और बहुत से फतवे ऑन लाइन पढ़े जा सकेंगे। साथ ही इस वेबसाइट में ताजुश्शरिआ अल्लामा अखतर रजा खां अजहरी मियां साहब की जिंदगी पर भी रोशनी डाली गयी है। इस वेबसाइट पर उर्स-ए रजवी के प्रोग्रामों का सीधा ऑडियो प्रसारण किया जायेगा।

आईएस भारत के मुसलमानों से न दिखाए हमदर्दी

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बरेली। आल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड (जदीद) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा है कि आईएस भारत के मुसलमानों से हमदर्दी न दिखाए। यहां का मुसलमान अपनी लड़ाई लड़ने में सक्षम है,हमें किराए के लड़ाकू और आतंकवादी नहीं चाहिए। किसी गैर मुल्की ताकत को इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती। यदि उसने कोई ऐसी हरकत की तो भारत का मुसलमान अपने देश पर आंच नहीं आने देगा। उन्होंने कहा कि आतंकवादी दो तरह के हैं इसमें एक जो आम लोगों की जाने लेकर दहशत फैला रहे हैं दूसरे वे जो जुबानी तौर पर मुल्क में बदअमनी फैला रहे हैं। ये सिर्फ अपनी पब्लिसिटी के लिए माहौल को बिगाड़ देते हैं। इसके लिए भी हुकूमत को सख्त कानून बनाना चाहिए। इससे पहले सभागार में हुई बोर्ड की बैठक में उक्त मुद्दों के अलावा अदालत व हुकूमत की ओर से अक्सर पर्सनल लॉ में दखल होने, गैर शरई कामों में इजाफा और दहशतगर्दी की ओर युवाओं में बढ़ते रुझान पर भी चिंता जताई गई। इन तमाम बातों पर निगरानी रखने के लिए मुफ्ती अब्दुल मन्नान कलीमी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन भी किया गया। अब यह कमेटी इन पर निगाह रखकर निष्कर्ष निकालेगी। इस मौके पर मौलान जाहिद रजा खां व पूर्व द...

भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने का एलान

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बरेली। मुफ्ती-ए-आजम हिंद के कुल में एलान किया गया कि आला हजरत दरगाह भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाएगी। मुफ्ती सलीम नूरी ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान का सिस्टम भ्रष्टाचार की वजह से चरमरा गया है। मुसलमान इस मुल्क का अभिन्न अंग हैं। उसकी भी यह ज़िम्मेदारी बनती है कि वह इस भ्रष्टाचार के खात्में को आगे आए। इस्लामिया ग्राउण्ड में हजरत सुब्हानी मियां की सरपरस्ती हजरत अहसन मियां की सदारत में उर्स-ए -मुफ्ती आजम हिंद शुरू हुआ। कारी अमीर हम्जा ने कुरआन की आयतें पढ़कर प्रोग्राम की शुरुआत की। संचालन कारी यूसुफ रजा ने किया। उन्होंने बताया कि आईएस तालिबान, अलक़ायदा जैसे आतंकी संगठन पूरी दुनिया में विशेष तौर पर इस्लामिक देशों में कत्ल व मारकाट और खून खराबे का जो नंगा नाच कर रहे हैं। पानी की तरह खून बहा रहे हैं उसकी जितनी भी भर्त्सना की जाये वह कम है यही वह आतंकवाद है जिससे पूरा विश्व पीड़ित है। कुल में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी थी। सजरा मुखतार बहेड़वी ने पढ़ा। कुल शरीफ कारी अमानत रसूल ने पढ़ा। दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मौलाना अहसन मियां ने अमन व शांति की दुआ की। रविवार को 1.40 बजे शुरू होकर सोमवार ...

आला हजरत की जिंदगी पर अमल ही अकीदत का सुबूत

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बरेली। उर्स-ए-रजवी कादरी के दूसरे रोज अंतर्राष्ट्रीय इमाम अहमद रजा कांफ्रेंस का आयोजन मथुरापुर स्थित इस्लामिलक सेंटर पर किया गया। जमात रजा मुस्तफा की ओर से आयोजित कांफ्रें स में देश विदेश के कई बड़ी आलिम व सज्जादगान जुटे। उन्होंने आला हजरत के मिशन को आगे बढ़ाने का आह्वान करते हुए उनकी जिंदगी अमल में लाने को कहा। इस मौके पर इस्लामी मिशन इंग्लैंड के मौलाना फरोगउल कादरी ने कहा कि आला हजरत की जिंदगी पर अमल करते हुए अपनी जिंदगी गुजारें तभी हमारी अकीदत की पहचान होगी। उन्होंने कहा कि आला हजरत की याद मनाने के लिए असल फायदा तभी है जब जोश के साथ होश भी रखें। हम सब को उन्हीं के बताए रास्ते पर चल कर उनके नजरिये को आगे बढ़ाना है। मौलाना जियाउल मुस्तफा अमजदी ने कहा कि आला हजरत ने सुन्नियत के लिए बड़ा काम किया है। जिसका कोई मुकाबला नहीं है। जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं शहर काजी मौलाना असजद रजा खां कादरी ने कहा कि दुनिया की जिंदगी चार दिन की है मगर हमेशा की जिंदगी रसूल की मोहब्बत में बसी है। उन्होंने दुनिया की चकाचौंध से भी दूर रहने को कहा। ताजुश्शरिया की सरपरस्ती में संपन्न हुए इस जलसे में जद्दा के...

उलमा बोले आतंकवादी मुसलमान नहीं, आईएस यहूदी संगठन

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उर्स के मंच से आतंकवाद का विरोध बरेली। उर्स-ए-रजवी के मंच से मंगलवार को आतंकवाद का खुल कर विरोध किया गया। फतवे का अधिकार रखने वाले कई उलमा ने साफ तौर पर इसके खात्मे की अपील करते हुए कहा कि आतंकवादी मुसलमान नहीं हैं। वे यहूदी हैं, जो मुस्लिम नाम से आतंक फैलाकर इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं। आला हजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी के कुल के लिए इस्लामिया इंटर कालेज के मैदान में दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां की सरपरस्ती और सज्जादानशीन मौलाना अहसन रजा खां कादरी की सदारत में जलसा आयोजित किया गया। राज्यसभा सदस्य मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि आतंकवाद के नाम मुसलमानों को बदनाम किया जा रहा है। यह सब अमेरिका और इजराइल का खेल है। उन्होंने सवाल उठाया कि आतंकवादी बार-बार बार्डर पार करके कैसे आ जाते हैं, केंद्र सरकार सुन्नियों को इजाजत दे दे तो वह पाकिस्तान के पार्लियामेंट तक घुस कर झंडाफहरा देंगे। उन्होंने कहा कि जिसके दिल में खुदा का खौफ और नबी की मोहब्बत होगी, उसका दहशतगर्दी से नाता हो ही नहीं सकता। आईएस प्रमुख बगदादी यहूदी है, जो अमेरिका के लिए काम करता है। इसी कड़ी मेें लंदन से आए म...

इतनी भीड़! शुक्र है उर्स शांति से निपट गया

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ट्रेनों में रही जबरदस्त भीड़ बरेली। कुल शरीफ के साथ उर्स-ए-रजवी संपन्न होने के बाद दोपहर बाद जायरीन अपने गंतव्य के लिए लौटे। बरेली जंक्शन, सिटी रेलवे स्टेशन, इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पर अचानक भीड़ बढ़ गई। जिससे स्टेशनों पर अफरातफरी मच गई। सिटी रेलवे स्टेशन पर आरक्षण काउंटर बंद करके चार अतिरिक्त जनरल टिकट काउंटर लगाकर जायरीन को टिकट जारी किए गए। जंक्शन पर उर्स शुरू होते ही व्यवस्थाएं चौकस थीं। जंक्शन के बाहर सहायता शिविर भी खोला गया। पुराना बस अड्डा छह घंटे ठप बरेली। रोडवेज से कोई बस छह घंटे तक नहीं चली। सभी बसें सेटेलाइट से लगाई गई थीं। शाम को छह बजे के बाद ही बस स्टेशन से गाड़ियों की रवानगी शुरू हो पाई। करीब 50 से अधिक बसों को पांच बजे के बाद भी पुराना बस अड्डा आने से मना कर दिया गया। पुलिस और प्रशासन से वार्ता के बाद एक साथ 40 गाड़ियां पुराने बस अड्डे पहुंच गई। जो आधे घंटे के अंदर यात्रियों को लेकर रवाना हुई। बरेली। उर्स के दौरान शहर में जायरीनों का सैलाबा उमड़ पड़ा। रेलवे स्टेशन से लेकर बस स्टैंड, प्रमुख सड़कों, गली और मोहल्ले में उर्स का कुल संपन्न होने के बाद भीड़ ऐसी निकली कि हर त...