गुस्ताखे रसूल को फांसी दिए जाने की मांग
उलेमाओं ने सौंपा ज्ञापन, मुस्लिम नौजवानों ने निकाला मार्च
मदीना मस्जिद व जामा मस्जिद उर्दू बाजार पर प्रदर्शन
गोरखपुर। शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद रेती रोड स्थित मदीना मस्जिद व उर्दू बाजार स्थित जामा मस्जिद पर पैगम्बर सल्लल्लाहौ अलैहि वसल्लम की गुस्ताखी करने वाले हिंदू महासभा के कमलेश तिवारी के खिलाफ आवाम ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर मदीना मस्जिद से डीएम कार्यालय तक मार्च निकाला। सरकार से फांसी की मांग की। शहर के उलेमाओं व विभिन्न मस्जिदों के इमामों ने डीएम कार्यालय पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप सरकार से मुतालबा किया कि सरकार ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कानून बना कड़ी से कड़ी सजा दें।
जुमा की नमाज के बाद शहर के विविध मुहल्लों से मुस्लिम नौजवान मदीना मस्जिद पर जमा होने लगे। जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। देखते-देखते भीड़ ने बड़े मजमें का रूख अख्तियार कर लिया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। नौजवानों ने कमलेश तिवारी के फांसी की मांग शुरू कर दी। धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने लगी तो प्रशासन सकते में आ गया। अल्लाहु अकबर, या रसूलल्लाह के नारों से सबंधित क्षेत्र गुज उठा। सड़क पर यातायात बाधित हो गया। मदीना मस्जिद पर शहर के उलेमा किराम इकट्ठा होने शुरू हुए। इस दौरान आवाम को संबोधित करते हुए गौसिया मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद अहमद ने कहा कि मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन रसूल स0अ0 की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस्लाम ने किसी मजहब के पेशवा की तौहीन की इजाजत नहीं देता इसलिए मुसलमान न तो किसी के मजहबी पेशवा की तौहीन करता है और ना ही अपने रसूल स0अ0 की शान में कुछ सुनना चाहता है। सरकार को सख्त कानून बनाकर कमलेश को सख्त से सख्त कार्यवायी की जाएं। ताकि आइंदा से कोई ऐसी नगवार हरकत ना कर सकें। मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया के प्रधानाचार्य नजरे आलम कादरी ने कहा कि हिंदू महासभा के अध्यक्ष ने रसूल की शान में गुस्ताखी भरा बयान देकर मुसलमानों को कल्बी तकलीफ पहुंचायी है। हम हुकूमत से मांग करते है कि सिर्फ उसकी गिरफ्तारी ही काफी नहीं है, बल्कि उसे कड़ी सजा दी जाए। आइंदा वह या दूसरा कोई बदबख्त ऐसी जुर्रत ना कर सकं। साथ ही कोई ऐसा कानून बना दिया जाएं। जो आगे के लिए किसी को ऐसा करने से से प्रतिबंध लगाए।
इसी बीच करीब अपराह्न 2. 35 बजे जामा मस्जिद के इमाम अब्दुल जलील मजाहरी जैसे ही मदीना मस्जिद आए नारों की गूंज बढ़ गयी। उन्होंने कहा कि हमारे सब्र का इम्तेहान ना लिया जाए। इस तरह के बयान से मुल्क का माहौल खराब होता है। अगर सरकार बदबख्त को फांसी नहीं दे सकती तो उसे मुसलमानों को सौंप दंे हम उसे फांसी देंगे।
उनकी अगुवाई में कई चार पहिया वाहनों पर शहर के उलेमा किराम व मस्जिद के पेश इमाम डीएम कार्यालय पर रवाना हुए। उनके पीछे मुस्लिम नौजवानों का काफिल निकल पड़ा। जो रेती चैक, घोषकम्पनी, टाउनहाल, कचहरी चैराहा होते डीएम कार्यालय पर पहुंचा। उलेमाओं ने डीएम को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप कमलेश तिवारी के फांसी की मांग की। इस दौरान मदरसा अरबिया अहले सुन्नत फैजुल उलूम ने भी प्रशासन को ज्ञापन सौंपा
इस दौरान जामा मस्जिद इमाम मौलाना अब्दुल जलील मजाहरी, मौलाना अब्दुल्लाह बरकाती, शहर-ए-काजी वलीउल्लाह, मुफ्ती अख्तर हुसैन अजहरी मन्नानी, नवेद आलम ,मोहम्मद आजम , मौलाना फैजुल्लाह कादरी, जुनेद आलम नदवी, मौलाना अतहर हुसैन, मौलाना मोहम्मद रियाजुद्दीन, हाफिज शाकिर, हाफीज गुलाम रसूल, मौलाना मोहम्मद इब्राहीहम, मौलाना मोहम्मद इस्राईल, मोहम्मद रईस, निसार अहमद, मोहम्मद इस्हाक, रेयाज अहमद, अलाउद्दीन निजामी, हाफीज कौसर, कारी नसीमुल्लाह, हाफीज शकिर अली] हाजी जाकिर हुसैन, हकीमुल्लाह, शफीउल्लाह, शहनवाज अहमद, सेराज अहमद , हाफिज अंसार, हाफिज कौसर, हाफिज रेयाज अहमद, मौलाना सूफी निसार अहमद, जफर अमीन, ज्याउल इस्लाम, आफताब अहमद, डा. मोहसिन खान सहित तमाम लोग मौजूद रहे
बताते चलंे कि हिंदू महासभा के कमलेश तिवारी ने पिछले दिनों लखनऊ में पैगम्बर मोहम्मद साहब के खिलाफ गुस्तखाना बयान बोला था। जिसको लेकर प्रदेश के हर जिले में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। गोरखपुर में भी मुसलमानों में आक्रोश व्याप्त था। इसी को लेकर शहर में उलेमा व अवाम ने विभिन्न बैठके की थी। तय पाया गया था कि जुमा को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उलेमा सौंप कर कमलेश तिवारी की फंासी की मांग करेंगे।
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