हेलीकाप्टर से फूल बरसाए-दरगाह पर हाजरी देने वालों का तांता, चढ़ी हजारों चादरें

फूल बन गए अकीदत का तोहफा बरेली। उर्स-ए-रजवी के मौके पर हेलीकाप्टर से दरगाह और जायरीन पर बरसते फूल आंखों में कैद कर देने वाला नजारा था। जो इश्क मोहब्बत-इश्क मोहब्बत की सदाओं के बीच जायरीन में अकीदत और जोश भर रहा था। आला हजरत के आशिकों की भीड़ के लिए हेलीकाप्टर से बरसने वाले फूल अकीदत का तोहफा बन गए। दरगाह की गलियों में बरसते यह फूल जमीन पर गिरे तो भीड़ में खड़ी कुछ महिलाएं भावुक अंदाज में दौड़ कर आगे बढ़ीं और फूल उठा कर चूमते हुए अपने दामन में भर लिए। वहीं इस मंजर को देखने के लिए आस पास के घरों की हर छत भरी नजर आ रही थी। हेली काप्टर से पुष्प वर्षा आईएमसी मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां की ओर से कराई गई थी। इसकी शुरुआत सबसे पहले दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां (सुब्हानी मियां) के साथ आसिफ मियां और नूरी मियां ने हेलीकाप्टर से फूल बरसाए। इसके बाद खुद मौलाना तौकीर रजा खां और उनके बेटे फरमान रजा खां ने फूल बरसाए। इसके बाद हेलीकाप्टर के दस राउंड आकाश में लगे। इसमें बारी बारी से डा. हफीज उर्रहमान, डा. नफीस खां, अफजाल बेग, नदीम खां, रईस रजा, नासिर कुरैशी, हाजी जावेद, आभा सिंह, डा. नीतू मेहरोत्रा, युग मेहरोत्रा, फरहा नरगिस आदि ने भी हेलीकाप्टर से फूल बरसाए।

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