आईएस भारत के मुसलमानों से न दिखाए हमदर्दी
बरेली। आल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड (जदीद) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा है कि आईएस भारत के मुसलमानों से हमदर्दी न दिखाए। यहां का मुसलमान अपनी लड़ाई लड़ने में सक्षम है,हमें किराए के लड़ाकू और आतंकवादी नहीं चाहिए। किसी गैर मुल्की ताकत को इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती। यदि उसने कोई ऐसी हरकत की तो भारत का मुसलमान अपने देश पर आंच नहीं आने देगा।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी दो तरह के हैं इसमें एक जो आम लोगों की जाने लेकर दहशत फैला रहे हैं दूसरे वे जो जुबानी तौर पर मुल्क में बदअमनी फैला रहे हैं। ये सिर्फ अपनी पब्लिसिटी के लिए माहौल को बिगाड़ देते हैं। इसके लिए भी हुकूमत को सख्त कानून बनाना चाहिए।
इससे पहले सभागार में हुई बोर्ड की बैठक में उक्त मुद्दों के अलावा अदालत व हुकूमत की ओर से अक्सर पर्सनल लॉ में दखल होने, गैर शरई कामों में इजाफा और दहशतगर्दी की ओर युवाओं में बढ़ते रुझान पर भी चिंता जताई गई। इन तमाम बातों पर निगरानी रखने के लिए मुफ्ती अब्दुल मन्नान कलीमी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन भी किया गया। अब यह कमेटी इन पर निगाह रखकर निष्कर्ष निकालेगी।
इस मौके पर मौलान जाहिद रजा खां व पूर्व दर्जा राज्य मंत्री मौलाना इरफान-उल हक (उतराखंड), मुफ्ती सय्यद अहमद रजा (बिहार), मौलाना समीरुल कादरी (बंगाल), मुफ्ती सय्यद बिशारत अली, मुफ्ती शमीम अख्तर (राजस्थान), मौलाना सुहैल कादरी (दिल्ली) मौलाना फिरोज राहत (मध्य प्रदेश) सहित कई प्रांतों के उलमा शामिल हुए। संचालन डा. नफीस खां ने किया।
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