चिल्लूपार विधानसभा : पुत्र के जरिए सीट वापस पाने की जद्दोजहद


- बाहुबली की सीट पर पत्रकार ने लगायी थीं सेंध
- हाथी की जीत से दोबारा मिल सकती खोई सीट


गोरखपुर। चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र हमेशा सुर्खियों में नजर आया, विकास से नहीं अन्य वजहों से। इस बार भी नजर में हैं कई वजहों से। बसपा विधायक के दल बदलने से। इस सीट पर बाहुबली हरिशंकर तिवारी  के पुत्र विनय शंकर तिवारी के हाथी पर सवार होकर चुनाव लड़ने से। बाहुबली हरिशंकर तिवारी की 22 साल तक काबिज सीट पर पत्रकार से नेता बने राजेश त्रिपाठी ने ऐसी सेंध लगायी कि दस साल से उन्हीं के कब्जे में  हैं। राजेश त्रिपाठी ने जनता के समर्थन से अपराजेय समझे जाने वाले बाहुबली नेता को चुनाव में एक बार नहीं दो बार (2007/12) शिकस्त दी। पिछले चुनाव में हरिशंकर तिवारी के महावतों ने हाथी को रोकने की हर मुमकिन कोशिश की लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। लेकिन इस बार राजेश त्रिपाठी हाथी की सवारी पर नहीं हैं,  बल्कि हरिशंकर तिवारी के पुत्र विनय शंकर तिवारी हाथी की सवारी पर हैं। इस बार राजेश त्रिपाठी हैं तो भाजपा में लेकिन इस सीट पर भाजपा से दावेदार भी कई हैं। राजेश त्रिपाठी के अलावा भाजपा से विजय यादव, मायाशंकर शुक्ल, अमित त्रिपाठी, कमलेश पटेल, लक्ष्मी शंकर शुक्ल स्मिता चंद भी ताल ठोक रहे हैं।वहीं कांग्रेस से करीब दर्जन भर लाइन में हैं। पहले यह सीट कभी कांग्रेस की हुआ करती थीं। सपा से राजेंद्र सिंह मैदान में हैं।

इस सीट से बाहुबली हरिशंकर 1985/89/91/93/96/02 तक काबिज रहे। यहां पार्टी नहीं शख्सियत मायने रखती थीं। लेकिन वर्ष 2007 व 2012  में यहां की जनता ने अपना मिजाज बदल लिया। करारी हार मिली। लेकिन  जिस हाथी से हरीशंकर तिवारी चित्त हुये थे उसी हाथी पर इस बार पुत्र विनय शंकर तिवारी सवार हैं। जिस हाथी से लड़ाई होती थी उसी को जिताने का दबाव भी हैं। हाथी के जरिए ही दोबारा सीट हासिल करने की पुरजोर कोशिश भी हैं। इस सीट से न तो सपा और न ही भाजपा ने अाज तक जीत हासिल की हैं।

पत्रकार से नेता बने राजेश त्रिपाठी को बड़हलगंज में सरयू नदी के तट पर मुक्ति पथ का निर्माण कराने के कारण काफी सुर्खियां मिली और लोग उन्हें मुक्तिपथ वाले बाबा के नाम से पुकारते हैं। वह बसपा सरकार में राज्य मंत्री भी रहे।

कुल मतदाता 430920
पुरुष - 239777
महिला - 191141
थर्ड जेंडर - 3
मतदान तिथि - 6वां चरण - 4 मार्च
मतगणना - 11 मार्च


यहां से जीते विधायक

2002/2012 - बसपा - राजेश त्रिपाठी
1985- 2002 तक - कांग्रेस, एबीएलटीसी/एआईसी(टी) - हरिशंकर तिवारी
1980/1974 - आईएनसी(यू)/कांग्रेस - भृगुनाथ
1977/1969/1967/1962 - जेएनपी / कांग्रेस/पीएसपी/ -
1957 - कांग्रेस - कैलाशपति

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