बसपा ने गोरखपु-बस्ती मंडल पर 7 मुस्लिम, 5 निषाद, 4 एमएलए को दिया मौका, सिर्फ 1 महिला पर जताया भरोसा
👉गोरखपुर से प्रत्याशी -- कैंपियरगंज -- आनंद निषाद, पिपराइच -- आफताब आलम, गो. शहर -- जनार्दन चौधरी, गो. देहात -- राजेश पांडे, सहजनवां -- जीएम सिंह, खजनी -- राजकुमार, चौरी-चौरा -- जेपी निषाद, बांसगांव -- धर्मेंद्र कुमार, चिल्लूपार -- विनय शंकर तिवारी
सैयद फरहान अहमद
गोरखपुर। बसपा सुप्रीमों सुश्री मायावती ने रविवार को चौथी लिस्ट जारी कर गोरखपुर-बस्ती मंडल की 41 सीटों पर स्थिति साफ कर दी। आज जारी सूची के मुताबिक तीन मुसलमानों को मौका देने के साथ चार एमएलए पर दोबारा भरोसा जताया हैं। बसपा ने साफ कर दिया हैं कि मुस्लिम-दलित-ब्राहमण से चुनावी वैतरणी पार करनी हैं। बसपा ने दोनों मंडलों पर 7 मुसलमानों को मौका दिया हैं। पिपराईच से आफताब आलम, पडरौना से जावेद इकबाल, नौतनवां से एजाज अहमद खान,
शोहरतगढ़ से मोहम्मद जमील सिद्दीकी, इटवा से अरशद खुर्शीद, डुमरियागंज से सैयदा खातून, खलीलाबाद से मशहूर आलम चौधरी को टिकट दिया गया हैं। वहीं 5 निषाद उम्मीदवार पर भी भरोसा जताया गया हैं। बांसी से लालचंद निषाद, फरेंदा से बेचन निषाद, चौरी चौरा से विधायक जय प्रकाश निषाद, रुद्रपुर से चन्द्रिका निषाद, कैंपियरगंज से आनंद निषाद को टिकट दिया गया हैं। पिछली चुनाव में तीन महिलाओं को उतारने वाली बसपा ने सिर्फ एकमात्र महिला डुमरियागंज से सैयदा खातून को टिकट दिया हैं।
वहीं बसपा के चौरी चौरा के विधायक जय प्रकाश निषाद, कप्तानगंज से विधायक राम प्रसाद चौधरी, बस्ती सदर से विधायक जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी टिकट बचाने में कामयाब रहे हैं। वहीं बसपा के पनियरा से विधायक देव नारायण उर्फ जीएम सिंह सहजनवां से टिकट पाने में कामयाब हो गये हैं। वहीं महराजगंज से निर्मेष मंगल, रुद्वौली से राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, महादेवा से दूधराम, हाटा से वीरेन्द्र सिंह सैथवार, भाटपार रानी से सभा कुंवर कुशवाहा को दोबारा टिकट दिया गया हैं। वहीं कुशीनगर से लड़ें जावेद इकबाल को पडरौना से टिकट दिया गया हैं। बसपा के सहजनवां से विधायक राजेन्द्र सिंह व बांसगांव से डा. विजय कुमार का टिकट काट दिया गया हैं।
बसपा परम्परागत दलित व मुस्लिम वोटों के भरोसे चलने वाली बसपा वर्ष 2007 की रणनीति पर गामजन हैं। वर्ष 2012 विधानसभा चुनाव में गोरखपुर-बस्ती मंडल में काफी नुकसान उठाना पड़ा था। सत्ता में रहने के बावजूद सत्ता नहीं बचा पायी थी बसपा। मामूली नुकसान भी नहीं हुआ था 7 सीटें हाथ से चली गयी थी। जिसे सपा, कांग्रेस, एनसीपी व पीस पार्टी ने बांटा था। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में 15 सीटें जीतने वाली बसपा 2012 में 8 सीटों पर सिमट गयी थी। लेकिन एक बात काबिलेगौर करीब 15 से 16 ऐसी सीटें थी जहां पर वह दूसरे पोजिशन पर थी। पार्टी इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। बसपा दलित व मुस्लिम वोटों पर ज्यादा भरोसा कर रही है। पिछली बार का सोशल इंजीनियरिंग वाला फार्मूला कारगर साबित नहीं हुआ था। पार्टी के कद्दावर नेता व पडरौना के विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा में चले गए है। मौर्या बिरादारी में ठीक-ठाक पकड़ रखने वाले स्वामी प्रसाद हर जगह पार्टी सुप्रीमों पर टिकट नीलाम करने का आरोप लगाते नजर आये। इस क्षेत्र में कुछ हद तक नुकसान पहुंचाने में सक्षम हैं। वहीं चिल्लूपार के विधायक राजेश त्रिपाठी व गोरखपुर ग्रामीण से चुनाव लड़ने वाले राभुआल निषाद भी भाजपा के दामन थाम चुके हैं।
👉वर्ष 2012 के चुनाव में बसपा से जीते उम्मीदवार
1. पडरौना में स्वामी प्रसाद मौर्य
(भाजपा में हैं )
2. चिल्लूपार में राजेश त्रिपाठी (भाजपा में हैं )
3. बांसगांव में डा. विजय कुमार
(टिकट कट गय)
4. चौरी चौरा में जय प्रकाश निषाद
(दोबारा टिकट पाने में कामयाब)
5. पनियरा में जीएम सिंह
(सहजनवां से टिकट पाने में कामयाब)
6. बस्ती सदर जीतेंद्र कुमार चैधरी
(दोबारा टिकट पाने में कामयाब)
7. सहजनवां राजेन्द्र सिंह
(टिकट कट गय)
8. कप्तानगंज राम प्रसाद चैधरी
(दोबारा टिकट पाने में कामयाब)
👉गोरखपुर-बस्ती मंडल के प्रत्याशी विस चुनाव 2017
👉 सिद्धार्थनगर
1. 3. शोहरतगढ़ -- मोहम्मद जमील सिद्दीकी
2. कपिलवस्तु (सु)-- चन्द्रभान प्रताप
3. बांसी -- लालचंद निषाद
4. इटवा-- अरशद खुर्शीद
5. डुमरियागंज --सैयदा खातून
👉 संतकबीरनगर
1. घनघटा (सु) --नीलमणि
2. मेंहदावल -- अनिल कुमार त्रिपाठी
3. खलीलाबाद-- मशहूर आलम चौधरी
👉गोरखपुर
1. कैंपियरगंज -- आनंद निषाद
2. पिपराइच -- आफताब आलम
3. गो. शहर -- जनार्दन चौधरी
4. गो. देहात -- राजेश पांडे
5. सहजनवां -- जीएम सिंह
6. खजनी -- राजकुमार
7. चौरी-चौरा -- जेपी निषाद
8. बांसगांव -- धर्मेंद्र कुमार
9. चिल्लूपार -- विनय शंकर तिवारी
👉महराजगंज
1. फरेंदा -- बेचन सिंह
2. नौतनवां -- एजाज अहमद खान
3. सिसवां -- राघवेन्द्र प्रताप
4. महराजगंज (सु) -- निर्मेष मंगल
5. पनियरा गणेश शंकर पांडे
👉कुशीनगर
1. खड्डा -- विजय प्रताप कुशवाहा
2. पडरौना -- जावेद इकबाल
3. तमकुहीराज-- विजय कुमार राय
4. फाजिलनगर -- जगदीश सिंह
5. हाटा -- वीरेन्द्र सिंह सैंथवार
6. रामकोला -- शम्भू चौधरी
7.. कुशीनगर -- राजेश प्रताप राव
👉देवरिया
1. रुद्रपुर -- चन्द्रिका निषाद
2. देवरिया -- अभयनाथ त्रिपाठी
3. पथरदेवा -- नीरज वर्मा
4. रामपुर कारखाना -- गिरिजेश शाही ( पिछली बार निर्दल लड़े थे)
5. भाटपार रानी -- सभा कुंवर कुशवाहा
6. सलेमपुर(सु)-- रणविजय कुमार
7. बरहज -- मुरली मनोहर जायसवाल
👉बस्ती
1. हरैया -- विपिन कुमार शुक्ल
2. कप्तानगंज -- रामप्रसाद चौधरी
3. रुद्धौली -- राजेन्द्र प्रसाद चौधरी
4. बस्ती सदर -- जितेंद्र कुमार
5. महादेवा -- दूधराम
👉 उप्र विधानसभा चुनाव वर्ष 2007 में बसपा ने जीती 15 सीटें वहीं वर्ष 2012 में 7 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। सीटें 8 ही रह गयी और सत्ता भी चली गयी।
सैयद फरहान अहमद
गोरखपुर। बसपा सुप्रीमों सुश्री मायावती ने रविवार को चौथी लिस्ट जारी कर गोरखपुर-बस्ती मंडल की 41 सीटों पर स्थिति साफ कर दी। आज जारी सूची के मुताबिक तीन मुसलमानों को मौका देने के साथ चार एमएलए पर दोबारा भरोसा जताया हैं। बसपा ने साफ कर दिया हैं कि मुस्लिम-दलित-ब्राहमण से चुनावी वैतरणी पार करनी हैं। बसपा ने दोनों मंडलों पर 7 मुसलमानों को मौका दिया हैं। पिपराईच से आफताब आलम, पडरौना से जावेद इकबाल, नौतनवां से एजाज अहमद खान,
शोहरतगढ़ से मोहम्मद जमील सिद्दीकी, इटवा से अरशद खुर्शीद, डुमरियागंज से सैयदा खातून, खलीलाबाद से मशहूर आलम चौधरी को टिकट दिया गया हैं। वहीं 5 निषाद उम्मीदवार पर भी भरोसा जताया गया हैं। बांसी से लालचंद निषाद, फरेंदा से बेचन निषाद, चौरी चौरा से विधायक जय प्रकाश निषाद, रुद्रपुर से चन्द्रिका निषाद, कैंपियरगंज से आनंद निषाद को टिकट दिया गया हैं। पिछली चुनाव में तीन महिलाओं को उतारने वाली बसपा ने सिर्फ एकमात्र महिला डुमरियागंज से सैयदा खातून को टिकट दिया हैं।
वहीं बसपा के चौरी चौरा के विधायक जय प्रकाश निषाद, कप्तानगंज से विधायक राम प्रसाद चौधरी, बस्ती सदर से विधायक जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी टिकट बचाने में कामयाब रहे हैं। वहीं बसपा के पनियरा से विधायक देव नारायण उर्फ जीएम सिंह सहजनवां से टिकट पाने में कामयाब हो गये हैं। वहीं महराजगंज से निर्मेष मंगल, रुद्वौली से राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, महादेवा से दूधराम, हाटा से वीरेन्द्र सिंह सैथवार, भाटपार रानी से सभा कुंवर कुशवाहा को दोबारा टिकट दिया गया हैं। वहीं कुशीनगर से लड़ें जावेद इकबाल को पडरौना से टिकट दिया गया हैं। बसपा के सहजनवां से विधायक राजेन्द्र सिंह व बांसगांव से डा. विजय कुमार का टिकट काट दिया गया हैं।
बसपा परम्परागत दलित व मुस्लिम वोटों के भरोसे चलने वाली बसपा वर्ष 2007 की रणनीति पर गामजन हैं। वर्ष 2012 विधानसभा चुनाव में गोरखपुर-बस्ती मंडल में काफी नुकसान उठाना पड़ा था। सत्ता में रहने के बावजूद सत्ता नहीं बचा पायी थी बसपा। मामूली नुकसान भी नहीं हुआ था 7 सीटें हाथ से चली गयी थी। जिसे सपा, कांग्रेस, एनसीपी व पीस पार्टी ने बांटा था। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में 15 सीटें जीतने वाली बसपा 2012 में 8 सीटों पर सिमट गयी थी। लेकिन एक बात काबिलेगौर करीब 15 से 16 ऐसी सीटें थी जहां पर वह दूसरे पोजिशन पर थी। पार्टी इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। बसपा दलित व मुस्लिम वोटों पर ज्यादा भरोसा कर रही है। पिछली बार का सोशल इंजीनियरिंग वाला फार्मूला कारगर साबित नहीं हुआ था। पार्टी के कद्दावर नेता व पडरौना के विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा में चले गए है। मौर्या बिरादारी में ठीक-ठाक पकड़ रखने वाले स्वामी प्रसाद हर जगह पार्टी सुप्रीमों पर टिकट नीलाम करने का आरोप लगाते नजर आये। इस क्षेत्र में कुछ हद तक नुकसान पहुंचाने में सक्षम हैं। वहीं चिल्लूपार के विधायक राजेश त्रिपाठी व गोरखपुर ग्रामीण से चुनाव लड़ने वाले राभुआल निषाद भी भाजपा के दामन थाम चुके हैं।
👉वर्ष 2012 के चुनाव में बसपा से जीते उम्मीदवार
1. पडरौना में स्वामी प्रसाद मौर्य
(भाजपा में हैं )
2. चिल्लूपार में राजेश त्रिपाठी (भाजपा में हैं )
3. बांसगांव में डा. विजय कुमार
(टिकट कट गय)
4. चौरी चौरा में जय प्रकाश निषाद
(दोबारा टिकट पाने में कामयाब)
5. पनियरा में जीएम सिंह
(सहजनवां से टिकट पाने में कामयाब)
6. बस्ती सदर जीतेंद्र कुमार चैधरी
(दोबारा टिकट पाने में कामयाब)
7. सहजनवां राजेन्द्र सिंह
(टिकट कट गय)
8. कप्तानगंज राम प्रसाद चैधरी
(दोबारा टिकट पाने में कामयाब)
👉गोरखपुर-बस्ती मंडल के प्रत्याशी विस चुनाव 2017
👉 सिद्धार्थनगर
1. 3. शोहरतगढ़ -- मोहम्मद जमील सिद्दीकी
2. कपिलवस्तु (सु)-- चन्द्रभान प्रताप
3. बांसी -- लालचंद निषाद
4. इटवा-- अरशद खुर्शीद
5. डुमरियागंज --सैयदा खातून
👉 संतकबीरनगर
1. घनघटा (सु) --नीलमणि
2. मेंहदावल -- अनिल कुमार त्रिपाठी
3. खलीलाबाद-- मशहूर आलम चौधरी
👉गोरखपुर
1. कैंपियरगंज -- आनंद निषाद
2. पिपराइच -- आफताब आलम
3. गो. शहर -- जनार्दन चौधरी
4. गो. देहात -- राजेश पांडे
5. सहजनवां -- जीएम सिंह
6. खजनी -- राजकुमार
7. चौरी-चौरा -- जेपी निषाद
8. बांसगांव -- धर्मेंद्र कुमार
9. चिल्लूपार -- विनय शंकर तिवारी
👉महराजगंज
1. फरेंदा -- बेचन सिंह
2. नौतनवां -- एजाज अहमद खान
3. सिसवां -- राघवेन्द्र प्रताप
4. महराजगंज (सु) -- निर्मेष मंगल
5. पनियरा गणेश शंकर पांडे
👉कुशीनगर
1. खड्डा -- विजय प्रताप कुशवाहा
2. पडरौना -- जावेद इकबाल
3. तमकुहीराज-- विजय कुमार राय
4. फाजिलनगर -- जगदीश सिंह
5. हाटा -- वीरेन्द्र सिंह सैंथवार
6. रामकोला -- शम्भू चौधरी
7.. कुशीनगर -- राजेश प्रताप राव
👉देवरिया
1. रुद्रपुर -- चन्द्रिका निषाद
2. देवरिया -- अभयनाथ त्रिपाठी
3. पथरदेवा -- नीरज वर्मा
4. रामपुर कारखाना -- गिरिजेश शाही ( पिछली बार निर्दल लड़े थे)
5. भाटपार रानी -- सभा कुंवर कुशवाहा
6. सलेमपुर(सु)-- रणविजय कुमार
7. बरहज -- मुरली मनोहर जायसवाल
👉बस्ती
1. हरैया -- विपिन कुमार शुक्ल
2. कप्तानगंज -- रामप्रसाद चौधरी
3. रुद्धौली -- राजेन्द्र प्रसाद चौधरी
4. बस्ती सदर -- जितेंद्र कुमार
5. महादेवा -- दूधराम
👉 उप्र विधानसभा चुनाव वर्ष 2007 में बसपा ने जीती 15 सीटें वहीं वर्ष 2012 में 7 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। सीटें 8 ही रह गयी और सत्ता भी चली गयी।
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