गोरखपुर - दस में आठ उम्मीदवारों की जमानत जब्त, नोटा भी खूब दबा
-गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव
सैयद फरहान अहमद
गोरखपुर। गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार डा. सुरहिता करीम समेत आठ उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है। इस बार भी करीब 8326 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया। पिछले चुनाव में 8153 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया था। जमानत जब्त होने वालों में सपा गठबंधन उम्मीदवार प्रवीण निषाद की मां मालती देवी व भाई श्रवण निषाद भी शामिल है। इस संसदीय क्षेत्र में जमानत बचाने के उम्मीदवारों को हमेशा कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है उसके बावजूद दो तीन को छोड़कर किसी की भी जमानत नहीं बच पाती। इस बार कुल दस उम्मीदवार मैदान में थे। जिसमें बीजेपी व सपा गठबंधन को छोड़कर किसी ने जमानत बचाने बराबर वोट भी नहीं बटोरा, यहां तक कांग्रेस उम्मीदवार ने भी। यहां बीजेपी को टक्कर केवल सपा उम्मीदवार ही दे पाता है। यहां बीजेपी व सपा को छोड़कर यहां अन्य पार्टियों के लिए चुनाव लड़ना टेढ़ी खीर ही साबित हुआ है। वर्ष 2009 में गोरखपुर लोकसभा सीट पर 26 उम्मीदवारों में से दूसरे स्थान पर रहे बसपा उम्मीदवार विनय शंकर तिवारी को छोड़ बाकी के सभी 24 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। जिसमें सांसद मनोज तिवारी मृदुल भी शामिल थे। मनोज तिवारी समाजवादी पार्टी के टिकट पर मैदान में थे। यहां की जनता ने उन्हें सिरे से नकार दिया था। उन्हें यहां महज 11.09 प्रतिशत यानी 83059 वोट मिले थे। वहीं वर्ष 2004 में यहां केवल 7 उम्मीदवार मैदान में थे। जिनमें बीजेपी (विनर) व सपा को छोड़कर सबकी जमानत जब्त हो गई थी। वर्ष 1999 के चुनाव में 10 उम्मीदवार मैदान में थे। जिसमें बीजेपी (विनर) व सपा को छोड़ किसी की जमानत नहीं बच पायी थी। वर्ष 1998 के चुनाव में भी 10 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन जमानत बची तो बीजेपी (विनर) व सपा की। वर्ष 1996 के चुनाव में 37 उम्मीदवार मैदान में थे। जिसमें 35 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। बीजेपी (विनर) व सपा ही की जमानत बची थी। वर्ष 2014 में गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से सपा उम्मीदवार राजमती निषाद और बसपा के रामभुआल निषाद को छोड़ बाकी के सभी 12 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। ये प्रत्याशी कुल पड़े वैध मत 10.40 लाख का छठवां भाग यानी 1.73 लाख वोट भी नहीं जुटा सके थे। बताते चलें कि नामांकन के दौरान जमानत राशि के तौर पर कुछ रकम जमा करनी होती है। अगर उम्मीदवार पर्याप्त वोट नहीं पाता तो उसके द्वारा जमा की गई जमानत राशि जब्त कर ली जाती है।
इनकी हुई जमानत जब्त, इतना मिला वोट
1. कांग्रेस - डा. सुरहिता चटर्जी करीम - 18858
2. निर्दल - मालती देवी - 2424
3. निर्दल - श्रवण कुमार निषाद - 3253
4. सर्वोदय भारत पार्टी - गिरीश नारायण पांडेय - 1679
5. बहुजन मुक्ति मोर्चा - अवधेश कुमार -2829
6. निर्दल - राधेश्याम सेहरा - 2003
7. निर्दल - नरेंद्र कुमार महंता - 1719
8. निर्दल - विजय कुमार राय - 1820
नोटा के तहत पड़े वोट
1. 2018 - 8326
2. 2014 - 8153
वर्ष 2018 - गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव (16वीं लोकसभा) परिणाम
सपा - प्रवीण कुमार निषाद - 456513(कैंपियरगंज - 95740-53%/गोरखपुर शहर - 65736-39.81%/गोरखपुर ग्रामीण - 100948-52.20%/पिरराइच - 100391- 47.63%/ सहजनवां - 93622-52.92%)
बीजेपी - उपेंद्र दत्त शुक्ला - 434632 (कैंपियरगंज -81610-45.17%/गो. शहर - 90313 - 54.70%/गो.ग्रामीण - 84667- 43.78%/पिपराइच - 100634-47.75%/सहजनवां - 77252 - 43.25%)
कांग्रेस - 18858 (कैंपियरगंज - 3093/गो. शहर - 6506/गो. ग्रामीण - 3606/पिपराइच - 1297/ सहजनवां - 4356)
- आंकड़ा
वर्ष - कुल उम्मीदवार - जमानत जब्त - जीता उम्मीदवार -- जमानत बची
1. 2018 (उपचुनाव) - 10 - 8 - प्रवीण कुमार निषाद (सपा) - बीजेपी
2 . 2014 - 15- 12- योगी आदित्यनाथ (बीजेपी) - सपा व बसपा
3. 2009 - 26 - 24 - योगी आदित्यनाथ (बीजेपी) - बसपा
4. 2004 - 7 - 5 - योगी आदित्यनाथ (बीजेपी) - सपा
5. 1999 - 10 - 8 - योगी आदित्यनाथ (बीजेपी) - सपा
6. 1998 - 10 - 8 - योगी आदित्यनाथ (बीजेपी) - सपा
7. 1996 - 37 - 35 - अवैद्यनाथ (बीजेपी) - सपा
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