गोरखपुर - आईपीएस चारू निगम व भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ला के बीच तीखीं नोंकझोंक
गोरखपुर। गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान सहजनवां विधानसभा क्षेत्र के बांसगांव पूर्व मा.वि. ढदौना मतदान केंद्र पर मतदान समाप्ति के समय आईपीएस चारू निगम (एसपी/एसओ खजनी) व भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ला के बीच काफी तीखीं नोकझोंक हुई। काफी देर तक यह बहस जारी रही। आईपीएस चारू निगम के गनर से भी भाजपा प्रत्याशी ने बहस की। आखिर में उपेंद्र दत्त शुक्ला थक हार कर वापस लौट गए। ( इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वॉयरल हुआ है)
काबिलेगौर कि किसी ने प्रवेक्षक को सूचना दी थी कि सहजनवां विधानसभा क्षेत्र के बांसगांव पूर्व मा.वि. ढदौना मतदान केंद्र पर कुछ गड़बड़ी की जा रही है। इस सूचना के मिलते ही एसएसपी ने आईपीएस चारू निगम को उक्त मतदान केंद्र पर लॉ एंड आर्डर मेंटेन करने के लिए भेजा। जब चारू निगम मतदान केंद्र पर पहुंची तो गड़बड़ी की सूचना झूठी साबित हुई। यहां ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा था। उस समय शाम के करीब 5:10 बज रहे था। जो मतदाता शाम 5 बजे तक केंद्र में इंट्री पा चुके थे। उन्हें मतदान का मौका मिला। इसके बाद सेक्टर मजिस्ट्रेट व आईपीएस चारू निगम मतदान प्रक्रिया समाप्त करवा ईवीएम वगैरह सील करवा रही थी। इसी बीच भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ला आ गए। वह कहने लगे अभी मतदान होने दीजिए करीब 350 लोग वोट डालने से रह गए है। मेरे वोटर को रोका जा रहा है यहां ईवीएम खराब होने की सूचना आई थी। कई बार यहां ईवीएम खराब भी हुई है। वोट देने दीजिए नहीं तो यह सारा वोट खराब हो जायेगा। आईपीएस चारू निगम ने कहा कि ईवीएम खराब हुई तो इसमें मेरी गलती नहीं है। जो हुआ सो हुआ। मुझे लॉ एंड आर्डर मेंटेन करना है। मैं कुछ नहीं कर सकती हूं। मैं कैसे वोटिंग होने दूं। समय समाप्त हो चुका है। आप सेक्टर मजिस्ट्रेट या उच्च अधिकारियों से बात कीजिए। जैसा वह आदेश देंगेे मैं वैसा करूंगी। तब तक उपेंद्र दत्त शुक्ला तांव में आ गए और आईपीएस चारू निगम से कहने लगे कि आपकी मुझसे क्या दुश्मनी है जो वोटिंग बंद करवा रही है। उपेंद्र दत्त शुक्ला तब तक आपे से बाहर हो गए और आईपीएस चारू निगम को कहा कि आप पार्टी न बनिये। आप पार्टी बन रही है। मेरा वोट खराब जा रहा है। आईपीएस चारू निगम ने कहा कि सर मैं कुछ नहीं कर सकती हूं। इसमें मेरा कोई रोल नहीं है। मैं कैसे पार्टी बनूंगी। इसी बीच चारू निगम का गनर उपेंद्र शुक्ला से बोल पड़ा कि सर हम लोग वोटरों को बुला कर वोट डलवाये हैं। अब हम कुछ नहीं कर सकते। उपेंद्र दत्त शुक्ल ने गनर से कहा कि तुम बीच में मत बोलो। मैं इनसे बात कर रहा हूं। अभी तुम मुझे जानते नहीं हो। तभी आईपीएस चारू निगम ने कहा कि उपेंद्र जी उंगली न दिखाईए। वह मेरा गनर है। मैं यहां लॉ एंड आर्डर मेंटेन करने आयी हूं। ऐसा में होने नहीं दूंगी। कोई भी दिक्कत हो तो उच्च अधिकारिर्यों से बात कीजिए। वह जैसा निर्देश देंगे मैं वैसा करूंगी। इसके बाद भी करीब काफी देर तक बहस चलती रही उसके बाद भाजपा प्रत्याशी वापस लौट गए।
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