गोरखपुर - मदरसा शिक्षिकाओं की नाव टूटी, 5 शिक्षिकाएं कमर तक पानी में डूबी


गोरखपुर। गोरखपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र के उप निर्वाचन के मद्देनजर सोमवार को रामगढ़ताल में नावों द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमें काफी अव्यवस्था दिखी। मदरसा शिक्षिकाओं के साथ बड़ा हादसा होते-होते बच गया। मदरसा अंजुमन इस्लामियां खूनीपुर की चार-पांच शिक्षिकाएं जैसे ही नाव में बैठी उसी दौरान नाव टूट गई और शिक्षिकाएं कमर तक पानी में डूब गई। गनीमत रही यह हादसा ताल के बीचो-बीच में नहीं हुआ। इसके बाद काफी अफरा तफरी मच गई। कुछ गुलाबी साड़ी पहने हुई महिलाओं ने मदरसा शिक्षिकाओं पर कमेंट कर दिया कि 'यह औरतें पापी है इसलिए नाव टूट गई'। इस पर मदरसा शिक्षिकाओं ने मीडिया के सामने रोष भी जाहिर किया। इन मदरसा शिक्षिकाओं में कई उम्रदराज व हार्ट की मरीज भी थी। किसी तरह जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के लोगो ने इन्हें घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की।
ढ़ाई किलोमीटर तक इन महिलाओं को पैदल भी चलना पड़ा। इस अभियान में शामिल होने मदरसा अंजुमन इस्लामियां खूनीपुर, मदरसा जियाउल उलूम पुराना गोरखपुर गोरखनाथ व मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार की करीब 20  शिक्षिकाएं गई थीं। अव्यवस्था पर मदरसा शिक्षिकाएं इशरत जहां, शबाना बेगम, राना इकबाल, शीरी तबस्सुम, गैसिया, अमरीन फातिमा ने नाराजगी जाहिर की। जब सीआरओ बलराम सिंह ने शिक्षिकाओं से कहा कि दूसरी नाव का इंतजाम करवा दे रहे है तो शिक्षिकाओं ने किसी भी नाव पर बैठने से इंकार कर दिया।
इस अभियान की शुरूआत जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव रौतेला ने हरी झंडी दिखाकर की। इसमें जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।  जिलाधिकारी ने सभी को मतदान के लिए शपथ  दिलायी।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

*गोरखपुर में डोमिनगढ़ सल्तनत थी जिसे राजा चंद्र सेन ने नेस्तोनाबूद किया*

*गोरखपुर में शहीदों और वलियों के मजार बेशुमार*

जकात व फित्रा अलर्ट जरुर जानें : साढे़ सात तोला सोना पर ₹ 6418, साढ़े बावन तोला चांदी पर ₹ 616 जकात, सदका-ए-फित्र ₹ 40