गोरखनाथ इलाके के इतिहास का सबसे बड़ा जनाजा, पार्षद पुत्र की दिमागी बुखार से मौत

सैयद फरहान अहमद
गोरखपुर। गोरखनाथ थाना क्षेत्र के वार्ड नं. 33 रसूलपुर की पार्षद आयशा खातून व अमीरुद्दीन अंसारी के बड़े बेटे मोहम्मद अजहरुद्दीन अंसारी (23 वर्षीय) के जनाजे में मंगलवार को हजारों लोगों ने शिरकत की और मरहूम के मगफ़िरत के लिए दुआ की। गोरखनाथ जामा मस्जिद के पास जैसे ही मोहम्मद अजहरुद्दीन अंसारी का जनाजा पहुंचा। जौंक दर जौंक लोगों के आने का सिलसिला शुरु हो गया जो नमाजे जनाजा तक जारी रहा । जोहर की नमाज के बाद भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि गोरखनाथ मंदिर से लगायत पूरी सड़क नमाजे जनाजा अदा करने वालों से भर गई। लोगों की माने तो आज तक गोरखनाथ इलाके के किसी जनाजे मे इतनी ज्यादा भीड़ नहीं देखी गयी। यह पहला मौका था जब गोरखनाथ सड़क नमाज अदा करने वालों से भर गयी। लंबी कतार लग गई। आवागमन ठप हो गया। यह व्यस्तम सड़कों में से है। नमाजे जनाजा अदा करने के लिए पुलिस प्रशासन से बाकायदा परमिशन ली गयी। पुलिस प्रशासन ने भी अपनी जिम्मेदारी बाखूबी अंजाम दी। नमाजे जनाजा पार्षद के दामाद हाफिज नजरुल हसन बरकाती ने पढ़ायी। उसके बाद गोरखनाथ कब्रिस्तान में मोहम्मद अजहरुद्दीन अंसारी को नम आंखों से सुपुर्दे खाक कर दुआ की गयी। पार्षद के दामाद हाफिज नजरुल ने बताया कि बुधवार को सुबह 7:30 से 9:30 बजे तक कुरआन ख्वानी व फातिहा ख्वानी पार्षद के घर पर व रसूलपुर चौराहे वाली मस्जिद में होगी।

बतातें चलें कि पूर्व पार्षद अमीरुद्दीन अंसारी व वर्तमान पार्षद आयशा खातून के तीन बेटे है। 23 वर्षीय मोहम्मद अजहरुद्दीन बड़ा बेटा था। दो बेटे मिनाहाजुद्दीन अंसारी,  सैफुद्दीन अंसारी व तीन लड़किया है। जिसमें एक लड़की की शादी हो चुकी है। मोहम्मद अजहरुद्दीन पढ़ाई में तेज था। एमपी पालिटेक्निक से पढ़ाई पूरी कर कम्पटीशन की तैयारी कर रहा था। पार्षद दामाद हाफिज नजरूल हसन बरकाती के मुताबिक अजहरुरद्दीन को पांच मार्च को सर में दर्द महसूस हुआ तो दुकान से दवा लेकर खा ली लेकिन कोई आराम नहीं मिला फिर डा. अजीज अहमद को दिखाया। वहां से पांच दिन की दवा ली। कुछ राहत मिली। इसी बीच अजहरुद्दीन 10 मार्च को चुनाव में पूरी तन्मयता से लग गया। 11 मार्च को चुनाव में भी लगा रहा। 12 मार्च को तबियत फिर बिगड़ गयी। बुखार के साथ झटका आया। परिजनों ने डा. अजीज अहमद के यहां एडमिट करवाया। इमरजेंसी में रखने के बाद कुछ  राहत होने पर जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया। 15 मार्च को तबीयत फिर खराब हो गयी तो केजीएमसी लखनऊ में भर्ती किया गया लेकिन झटका रोकने में डाक्टर नाकामयाब हुए। ब्रेन डैमेज हुआ। दिमाग में सूजन भी हुई। कुछ स्पॉट भी बन गए। कई दिनों की जद्दोजहद के बाद अन्तत: अजहरुद्दीन मौत से हार गया और 26 मार्च की रात करीब 7:30 बजे अजहरुद्दीन ने दम तोड़ दिया। परिवारजनों के मुताबिक दिमागी बुखार मौत का कारण बना। जैसी यह सूचना घर पहुंची घर व मोहल्ले में कोहराम मच गया। रात में ही मेयर सीताराम जायसवाल परिवार के गम में शरीक होने पार्षद के घर पहुंचे। सपा सहित तमाम दलों के लोगों का तांता लग गया। भोर में करीब 3:30 बजे शव गोरखपुर पहुंचा। सोशल मीडिया के जरिए यह खबर पूरे शहर में पहुंच गयी कि पूर्व पार्षद अमीरुद्दीन अंसारी के बड़े लड़के की मौत हो गई है। मंगलवार को नमाजे जनाजे में हजारों लोगों ने शिरकत कर खेराजे अकीदत पेश किया। लेकिन लोगों के जुंबा पर एक ही जिक्र था गोरखनाथ क्षेत्र का आज तक का सबसे बड़ा जनाजा है। पूर्व पार्षद के गम में शरीक होने वालों में शहर का हर खासो आम शामिल रहा।



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